बस्ती : भागवत कथा कल्प वृक्ष के समान : अजय कृष्ण

भागवत कथा कल्प वृक्ष के समान : अजय कृष्ण
इण्डिया नाऊ 24
जिला संवाददाता बस्ती
नवीन कुमार
बस्ती। ईश्वर से संबंध जोड़कर हम हमेशा के लिए उन्हें अपना सकते हैं। भागवत की कथा कल्प वृक्ष के समान है। भागवत कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है , जब इसे हम श्रवण कर अपने जीवन व व्यवहार में उतारें , अन्यथा यह कथा केवल मनोरंजन मात्र बनकर रह जाती है। भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण व संशय दूर होने के साथ मन को शांति व मुक्ति मिलती है। यह बातें वृन्दावन धाम से पधारे कथा वाचक अजय कृष्ण शास्त्री महाराज ने मिश्रौलिया गांव में चल रही नौ दिवसीय संगीत मयी श्री मद् भागवत कथा के तीसरे दिन कहीं। उन्होंने कहा कि कथा के श्रवण मात्र से जन्म जन्मांतर के विकार दूर हो जाते हैं। प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते हैं। कलजुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। उन्होंने भरत चरित्र के महिमा का विस्तार से वर्णन किया। कथा में मुख्य रूप से रामकल्प पाठक , लालचन्द्र , धर्मेन्द्र , लक्ष्मी पाठक , विश्वंभरनाथ दूबे , विनोद , कृष्ण चन्द्र , हरीराम , गंगाराम , पवन , जनार्दन प्रसाद पाण्डेय , रामप्रकाश आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।