गाजीपुर : जखनिया में सड़क बना तालाब, सरकारी कार्यालयों तक पहुंचना हुआ दूभर — विकास कार्यों की पोल खोल रही जलभराव की स्थिति

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज़ दिनांक।20/06/025को
जखनिया में सड़क बना तालाब, सरकारी कार्यालयों तक पहुंचना हुआ दूभर — विकास कार्यों की पोल खोल रही जलभराव की स्थिति
जखनिया, गाज़ीपुर।जहाँ एक ओर सरकार गांव-गांव तक सड़क और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार की बात कर रही है, वहीं जखनिया-मनिहारी मार्ग की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है। मनिहारी की ओर से सड़क पर पीचिंग कार्य तो जारी है, लेकिन जखनिया कस्बे में सरकारी कार्यालयों के सामने जलभराव की समस्या वर्षों पुरानी पीड़ा बन चुकी है।
होली पर्व के बाद से ही रेलवे लाइन के समीप स्थित सहकारी समिति कार्यालय से लेकर कोतवाली भुड़कुंडा तक का मुख्य मार्ग कीचड़ और गड्ढों से पट गया है। इस मार्ग पर ग्रामीण न्यायालय, तहसील मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पशु अस्पताल और ब्लॉक मुख्यालय जैसे अति महत्वपूर्ण सरकारी संस्थान स्थित हैं। किंतु थोड़ी सी बारिश होते ही यह सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है, जिससे आम नागरिकों, मरीजों और कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस गंभीर समस्या पर देवनारायण सिंह, अध्यक्ष सर्वदलीय तहसील विकास एवं जनकल्याण संघर्ष समिति, जखनिया ने चिंता व्यक्त करते हुए पीडब्लूडी अधिकारियों से मांग की कि इस सड़क पर तत्काल गिट्टी डालकर रोलर से समतलीकरण कराया जाए, जिससे लोगों को राहत मिल सके।
वहीं, जखनिया बाजार स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सामने भी बड़े-बड़े गड्ढे और जलभराव के कारण राहगीरों को भारी कठिनाई हो रही है। स्थिति यह है कि बैंक जाने वाले बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे तक सड़क पर गिरकर घायल हो चुके हैं।
इस मौके पर संघर्ष समिति के पदाधिकारीगण भी मौजूद रहे। उपस्थित प्रमुख लोगों में उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार सिंह, सचिव धर्मेंद्र चतुर्वेदी, राम रतन राम, बृजेश कुमार गौतम, राम प्रवेश पांडेय, अरुण कुमार लाल, शंभू सिंह यादव, झबरू राम, रामजीत यादव और काशीनाथ सहित अनेक सदस्य शामिल रहे।
जनता की ओर से प्रशासन से मांग की गई है कि तत्काल प्रभाव से सड़क की मरम्मत कराकर जल निकासी की व्यवस्था की जाए, ताकि सरकारी संस्थानों तक आम जनता की पहुंच फिर से आसान हो सके और क्षेत्र में विकास का वास्तविक अहसास हो।