लखनऊ डॉक्टर ने 31 लाख में खरीदा प्लॉट, 1.5 करोड़ से बनाया मकान, तब पता चला नगर निगम की है जमीन

लखनऊ डॉक्टर ने 31 लाख में खरीदा प्लॉट, 1.5 करोड़ से बनाया मकान, तब पता चला नगर निगम की है जमीन
लखनऊ। पीजीआई के साउथ सिटी निवासी डाॅ. संतोष कुमार ने बिजनौर में 31 लाख का प्लॉट खरीदने के बाद 1.5 खरोड़ खर्च कर उस पर मकान बनवा लिया तो उन्हें पता चला कि यह नगर निगम के स्वामित्व वाली सरकारी जमीन है। मामले में उन्होंने दो प्रॉपर्टी डीलरों और जमीन की रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति पर फर्जीवाड़ा कर उन्हें सरकारी जमीन बेचने का आरोप लगाते हुए बिजनौर थाने में केस दर्ज कराया है।डॉ. संतोष कुमार के मुताबिक, पड़ोसी उमाकांत शर्मा व उसके दोस्त विकास उर्फ गगन ने बिजनौर के सरवन नगर में अपनी प्लाटिंग बताते हुए वहां 2000 स्क्वायर फुट का प्लॉट दिखाया। प्लॉट पसंद आने पर संतोष ने 31 लाख रुपये का भुगतान कर 12 दिसंबर 2020 को उसकी रजिस्ट्री पत्नी गीता के नाम कराई। रजिस्ट्री उमाकांत, विकास के साथी राम औतार ने की। जमीन खरीदने के बाद डॉ. संतोष कुमार ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च कर मकान बनवा लिया। इस बीच गत 26 मई को बिजनौर थाने से उनको सूचना मिली कि उनके नाम एक नोटिस आया है। थाने पहुंच नोटिस देखा तो पता चला कि जिस जमीन पर उन्होंने मकान बनवाया है वह नगर निगम की है। नोटिस में नगर निगम ने इस बात का भी जिक्र था कि मकान गिराकर सरकारी जमीन खाली कराई जाएगी।
शिकायत करने पर आरोपियों ने धमकायानगर निगम का नोटिस मिलने के बाद पीड़ित ने उमाकांत व विकास से मिलकर शिकायत की। आरोप है कि अपनी गलती मानने के बजाय आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी दी। परेशान होकर डॉ. संतोष कुमार ने डीजीपी मुख्यालय में शिकायत की।
इंस्पेक्टर बिजनौर अरविंद कुमार राणा ने बताया कि तीनों आरोपियों उमाकांत, विकास और राम औतार के खिलाफ धोखाधड़ी और धमकाने का केस दर्ज कर सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है।