गोरखपुर में बड़ा हादसा: डंपर की ठोकर से ई-रिक्शा सवार की मौत, तोड़फोड़-आगजनी; पुलिस को भी दौड़ाया

गोरखपुर में बड़ा हादसा: डंपर की ठोकर से ई-रिक्शा सवार की मौत, तोड़फोड़-आगजनी; पुलिस को भी दौड़ाया
जानकारी के मुताबिक, चिलुआताल थाना क्षेत्र के विशुनपुर सप्तहिया गांव निवासी जवाहिर प्रसाद (43) रविवार रात में गोरखपुर से काम कर ई-रिक्शा से घर लौट रहा था। ई-रिक्शा पर कुल चार लोग सवार थे। सोनबरसा गांव के ईंट-भट्ठे के समीप मिट्टी की ढुलाई कर रहे एक डंपर ने ई-रिक्शा में ठोकर मार दिया।
थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव के सामने रविवार रात करीब सवा दस बजे मिट्टी लदे डंपर से ई-रिक्शा को ठोकर लग गई। हादसे में ई-रिक्शा सवार चार लोगों में से एक युवक की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे से आक्रोशित लोगों ने तीन डंपरों को रोककर तोड़फोड़ करते हुए जमकर बवाल काटा। एक डंपर में आग भी लगा दी।सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से लोगों को शांत कराया और तीनों घायलों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज भिजवाया। मृत युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, चिलुआताल थाना क्षेत्र के विशुनपुर सप्तहिया गांव निवासी जवाहिर प्रसाद (43) रविवार रात में गोरखपुर से काम कर ई-रिक्शा से घर लौट रहा था। ई-रिक्शा पर कुल चार लोग सवार थे। सोनबरसा गांव के ईंट-भट्ठे के समीप मिट्टी की ढुलाई कर रहे एक डंपर ने ई-रिक्शा में ठोकर मार दिया। हादसे में ई-रिक्शा सवार जवाहिर प्रसाद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना सुनकर मौके पर जुटे लोग आक्रोशित हो गए और उस दौरान सड़क से गुजरे तीन डंपरों को रोककर तोड़फोड़ की। ग्रामीणों का गुस्सा देखकर डंपर चालक मौका देख भाग निकले। लोगों ने एक डंपर में आग भी लगा दी। घटना की सूचना पर पहुंची चिलुआताल पुलिस ने घायल तीनों युवकों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया। करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा।
भीड़ हटाने के लिए भांजी लाठी, भीड़ ने चलाए ईंट-पत्थररात करीब 12 बजे अनियंत्रित भीड़ ने डंपरों में तोड़फोड़ के बाद एक डंपर में आग लगा दी। पुलिसवालों ने किसी तरह से मामले को संभाल लिया। भीड़ शांत होकर लौटने ही वाली थी कि पुलिसवालों ने तीनों डंपरों को वहां से हटवाना शुरू कर दिया।लोगों ने इसका विरोध किया। लोगों का कहना था कि अगर डंपर मौके से हटे तो मामला रफा-दफा हो जाएगा। न तो हादसे में मृत व्यक्ति के घरवालों को कोई सहायता मिलेगी, न ही घायलों का उपचार कराने कोई आगे आएगा। इसलिए अभी इन्हें यहीं रहने दिया जाए। जबकि, पुलिसवाले तीनों डंपर हटवाने का प्रयास करने लगे।इस पर भीड़ दोबारा उग्र हुई तो पुलिस कर्मियों ने लाठी भांजकर खदेड़ने का प्रयास किया। इस पर आक्रोशित लोगों ने ईंट-पत्थर चलाना शुरू कर दिया। अंधेरे में ईंट-पत्थर चलना शुरू हुआ तो पुलिसकर्मी पीछे हट गए। इसके बाद अतिरिक्त फोर्स की मांग की गई। मौके पर चिलुआताल थानाध्यक्ष अतुल कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई में पीपीगंज समेत कई थानों की फोर्स मौजूद थी।