आर आर बी गोरखपुर चेयरमैन के पूर्व निजी सचिव संग तीन गिरफ्तार- चौथा ‘वांटेड’, गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही दबिश

आर आर बी गोरखपुर चेयरमैन के पूर्व निजी सचिव संग तीन गिरफ्तार- चौथा ‘वांटेड’, गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही दबिश
आआरबी गोरखपुर से माडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली में नियुक्ति के लिए पैनल लिस्ट जारी की गई थी। इसमें नौ अभ्यर्थियों के नाम शामिल थे। आरोप है कि आरआरबी में कार्यरत तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य व चेयरमैन के तत्कालीन निजी सचिव द्वितीय रामसजीवन ने अनुपस्थित रहे दो अभ्यर्थियों की जगह अपने-अपने बेटों का नाम शामिल कर दिया।
रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी), गोरखपुर की ओर से निकाली गई तकनीशियन की भर्ती में फर्जीवाड़ा के आरोपी पूर्व चेयरमैन के निजी सचिव, द्वितीय राम सजीवन सहित गैंगस्टर एक्ट के तीन आरोपियों को कैंट पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अन्य आरोपियाें में आरआबी दफ्तर में कार्यरत रहे तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य और उसका बेटा राहुल प्रताप शामिल है।
पूर्व निजी सचिव द्वितीय रामसजीवन का पुत्र सौरभ कुमार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। आरआरबी के सहायक सचिव एसएन उरांव की तहरीर पर दिसंबर 2024 में दो रेलकर्मियों और उनके बेटों सहित चार पर केस दर्ज हुआ था। डीएम की संस्तुति के बाद एक दिन पहले ही चारों आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई थी।
जानकारी के अनुसार, आआरबी गोरखपुर से माडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली में नियुक्ति के लिए पैनल लिस्ट जारी की गई थी। इसमें नौ अभ्यर्थियों के नाम शामिल थे। आरोप है कि आरआरबी में कार्यरत तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य व चेयरमैन के तत्कालीन निजी सचिव द्वितीय रामसजीवन ने अनुपस्थित रहे दो अभ्यर्थियों की जगह अपने-अपने बेटों का नाम शामिल कर दिया।
26 अप्रैल 2024 को सूची माडर्न कोच फैक्ट्री भिजवा दी थी। वेरीफिकेशन के लिए आए पत्र का जो जवाब कोच फैक्ट्री के कार्मिक विभाग को भेजा गया था, उस पर चेयरमैन के फर्जी हस्ताक्षर करने की बात कही गई थी। संदेह जताया गया था कि चंद्रशेखर आर्य ने फर्जी हस्ताक्षर बनाकर वेरीफाई कर दिया था। इसके बाद चारों पर केस दर्ज कर पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।
कैंट पुलिस ने सोमवार को मॉडल रेलवे कालोनी में रहने वाले उरुवा बाजार के अमोढ़ा निवासी पूर्व निजी सचिव द्वितीय रामसजीवन, उनके पुत्र सौरभ कुमार व राप्ती नगर फेज फोर, रेल बिहार रोड में रहने वाले गाजीपुर के सहदात थाने के बरहपार नसरतपुर गांव निवासी पूर्व कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य और उनके पुत्र राहुल प्रताप को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने गिरफ्तार दोनों रेल कर्मी व उनके एक पुत्र को पूछताछ के बाद जेल भिजवा दिया। वहीं पूर्व निजी सचिव द्वितीय रामसजीवन का पुत्र सौरभ कुमार पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका। पुलिस उसकी गिरफ्तारी में दबिश दे रही है।