लखनऊ तेलीबाग में परेशानियों का अंबार… सड़कें टूटी, नालियां चोक, बदहाली में 50 हजार की आबादी

लखनऊ तेलीबाग में परेशानियों का अंबार… सड़कें टूटी, नालियां चोक, बदहाली में 50 हजार की आबादी
लखनऊ का तेलीबाग इलाका, जो नगर निगम सीमा में शामिल होने के पांच साल बाद भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। एकता नगर, कल्ली पश्चिम और जगत खेड़ा जैसे मोहल्लों में टूटी सड़कें, बहते नालों और स्ट्रीट लाइटों की कमी ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है।
एलडीए और आवास विकास की सीमा में पहले से शामिल शहर का तेलीबाग इलाका पांच साल से नगर निगम में भी हैं, लेकिन सड़क, पानी, सीवर और जल निकासी जैसी मूलभूत सुविधाएं यहां पर अभी भी नहीं है। यहां के जगतपाल खेड़ा, एकता नगर और कल्ली पश्चिम में टूटी सड़क, बजबजाती नालियां और सड़कों पर बहता गंदा पानी यहां की पहचान बन गया है।
बिजली के पोल तो लगे हैं मगर स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं। इन इलाकों के मुख्य मार्ग भी बदहाल हैं। समस्याओं को दूर कराने के लिए यहां के लोगों ने सरकारी दफ्तरों और नेताओं के पास फरियाद भी बहुत बार की मगर हालात नहीं बदल रहे हैं। जिससे यहां की करीब 50 हजार आबादी परेशान है।
एकता नगर निवासी समाजसेवी मुकेश रावत बताते हैं कि एकता नगर की रायबरेली रोड को जोड़ने के लिए सिंगल लेन रोड है, जबकि आवागमन अधिक है। एसजीपीजीआई की बाउंड्री वॉल से लगी हुई जो सड़क अंदर आती है, जगह-जगह से टूटी हुई है। रायबरेली रोड से एकता नगर सभा खेड़ा से होते हुए जो मार्ग अंदर आता है, उस मार्ग पर 50 मीटर से ज्यादा हिस्से में नाली का पानी इस कदर भरा हुआ है कि जैसे वह तालाब हो। यहीं के रहने वाले लालजी यादव बताते हैं कि बिजली के पोल लगे हैं, लेकिन स्ट्रीट लाइट नहीं है, शाम होते ही पूरी कॉलोनी में अंधेरा व्याप्त हो जाता है। कुछ लोगों ने अपनी व्यवस्था करके घरों के बाहर लाइट लगा रखी है, लाइट न जलने से अपराधियों की हौसले बुलंद रहते हैं और आए दिन घटनाएं हुआ करती हैं।
कल्ली में ऐसा भरता है पानी कि घर से निकलना हो जाता है मुश्किल
सूरज ने बताया कि कल्ली से माती जाने वाला मुख्य कल्ली मार्ग आधा ही बना है। कुछ समय पहले सड़क पर गिट्टी डाली गई थी, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। अब सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। विमल कुमार ने बताया कि बारिश होते ही जलभराव हो जाता है, जिससे घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है।
कहने को रहते हैं शहर में, हाल गांव से बदतर
जगत खेड़ा के रहने वाले विपिन यादव बताते हैं कि जगत खेड़ा की मुख्य सड़क जो आवास विकास कॉलोनी से मिलती है वह तो बनी हुई है, लेकिन उसके अलावा जो भी सड़क जगत खेड़ा के अंदर के हिस्सों में जाती है, वे कच्चे मार्ग हैं, जिन पर जगह-जगह गड्ढे हैं। इसमें अक्सर पानी भरा रहता है। जिससे आए दिन लोग दुर्घटना का शिकार होते हैं। सुरेंद्र यादव ने बताया कि कहने को वह शहर में रहते हैं, लेकिन हाल गांव में रहने वालों से भी बदतर हैं।
लोग बोले
एकता नगर की शंकर सोनी ने बताया कि नाली बनाने का प्रस्ताव पास है, लेकिन अभी तक बनी नहीं है। सड़क किनारे बनी नाली टूटी हुई है। इससे सड़कों पर पानी भरा रहता है। महीने भर से सड़क पर ऐसे ही पानी भरा है।एकता नगर की प्रियंका वर्मा ने बताया कि महज 15 से 20 मिनट की हल्की सी बारिश में सड़क पर पानी भर जाता है। कुछ दिन पहले ज्यादा पानी भरने से एक युवक नाली में गिर गया। उसको काफी चोट भी लगी थी। यहां पर आए दिन ऐसी घटनाएं हुआ करती हैं।एकता नगर की सोनाली कुमारी ने कहा कि सड़क पर पानी भरने से स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी होती है। नाली चोक होने से पानी सड़क पर भर जाता है। इससे रोड बनती है और खराब हो जाती है। हर बारिश में सड़क पर पानी भरा रहता है।कल्ली पश्चिम के सूरज ने बताया कि रोड दो साल से खराब है। इसके लिए मंडी परिषद से बात कि गई थी, लेकिन अभी तक सड़क बन नहीं सकी। उन्होंने कहा कि सड़क के लिए पैसा आता है मगर काम नहीं होताकल्ली पश्चिम के विनय कुमार के अनुसार सड़क का निर्माण पीडब्लूडी और मंडी परिषद के आपसी झगड़ों की वजह से रुका हुआ है। नाली न बनने और सफाई न होने से सड़कों पर पानी भर जाता है।जगत खेड़ा के विपिन यादव का कहना है कि न तो नाली बनी है और न ही सड़क। नाली न बनने से घरों का पानी सड़क पर फैल जाता है। गंदे पानी में से जाना पड़ता है। सुरेंद्र यादव ने शिकायत कर कहा कि सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। इससे पूरे इलाके में गंदगी रहती है। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता है।अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविंद राव ने बताया कि जैसे-जैसे बजट उपलब्ध हो रहा है, विस्तारित क्षेत्रों में विकास को लेकर कार्य कराए जा रहे हैं। जो समस्याएं हैं उनको दूर कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा। जो जरूरी समस्याएं उनको प्राथमिकता से दूर कराया जाएगा।