गाजीपुर : समाज सेवा ही मेरा धर्म और समाज सेवा है मेरा कर्म: अरविंद सिंह डब्लू

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।30/04/025को
समाज सेवा ही मेरा धर्म और समाज सेवा है मेरा कर्म: अरविंद सिंह डब्लू
गाजीपुर। जखनिया विकासखंड के ग्राम सभा झोटना के रहने वाले समाजसेवी अरविंद सिंह डब्लू ने कहा कि समाज सेवा ही मेरा धर्म है और समाज सेवा ही मेरा कर्म है वही आपको बताते चलें की अपने ग्राम सभा में विगत 1 वर्षों के भीतर दो-दो बड़े स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन इनके द्वारा किया गया 25 फरवरी को इनके द्वारा अपने ग्राम सभा के जरूरतमंदों को जो आंख की बीमारी से ग्रसित थे कैंप लगवाकर करीब 240 लोगों को उनकी आंखों की जांच कराई जिसमें 45 मोतियाबिंद से पीड़ित लोगों का सफल ऑपरेशन विद्वान डॉक्टरों की देखरेख में इनके द्वारा कराया गया लगभग 50 लोगों को निशुल्क चश्मा का वितरण कैंप के माध्यम से किया गया वहीं अरविंद सिंह डब्लू द्वारा दूसरा स्वास्थ्य मेगा कैंप 27 अप्रैल को अपने ग्राम सभा में लगवाया गया इस कैंप में लगभग विभिन्न रोगों से ग्रसित 500मरीजो का विद्वान डॉक्टरों की देखरेख में चेकअप किया गया व दवा का निशुल्क वितरण किया गया इस कैंप में आंख से संबंधित लगभग 50 लोगों को चश्मा व आंख की दवा दी गई अरविंद सिंह ने कहा कि मेरे द्वारा घोषणा की गई थी एक निशुल्क एंबुलेंस क्षेत्र वासियों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा जिसको दिसंबर माह तक उपलब्ध कराकर जनता की सेवा में मेरे द्वारा समर्पित कर दिया जाएगा अरविंद सिंह ने अपनी बात को कहते हुए कहा कि मेरे द्वारा लगातार जरूरतमंद गरीब व असहाय लोगों की सेवा, मदद की जा रही है मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानता हूं कि अपने समाज व क्षेत्र के लिए जो मदद मेरे द्वारा की जा रही है उससे मुझे काफी खुशी वह आत्म संतुष्टि का अनुभव हो रहा है अरविंद सिंह ने आगे बताते हुए कहा कि मैं अघोर पीठ से जुड़ा हुआ हूं मेरे गुरु औगढ प्रियदर्शी राम जी का शिष्य हूं और उसी परंपरा का निर्वहन करते हुए आज जरूरतमंदों की सेवा भाव कर पा रहा हूं मेरे गुरुओं द्वारा भी समाज के दबे, गरीब ,असहाय, जरूरतमंदों ,की सेवा की जाती रही है इस नाते मैं इस परंपरा व शिष्य के नाते मेरे अंदर भी यह भाव आया कि मैं समाज में उन असहाय जरूरतमंदों की जितनी भी मदद कर सकूं वह मेरे लिए कम होगा मैंने पहले भी कहा कि मैं एक अदना सा मात्र एक माध्यम हूं मैं किसी गरीब असहाय जरूरतमंद के काम आ सकूं यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी अरविंद सिंह ने अपने वक्तव्य में बताते हुए कहा कि बिना किसी स्वार्थ के व बिना किसी लालसा के मेरे यहां जो भी किसी मदद की भावना से पहुंचेगा उसके लिए मैं सदैव खड़ा मिलूंगा।