विजयदशमी उत्सव: संघ प्रमुख ने देश से की स्वदेशी की अपील, कहा- निर्भरता मजबूरी में न बदलने दें

विजयदशमी उत्सव: संघ प्रमुख ने देश से की स्वदेशी की अपील, कहा- निर्भरता मजबूरी में न बदलने दें
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने संघ के 100 साल पूरा होने पर नागपुर में विजयदशमी उत्सव कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर मोहन भागवत ने देश के लोगों से स्वदेशी की अपील की और पड़ोसी देशों में जारी उथल-पुथल का भी जिक्र किया। इसके साथ ही संघ प्रमुख ने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया।
पने संबोधन में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा यह वर्ष गुरु तेग बहादुर के बलिदान का 350वां वर्ष है। हिंद की चादर बनकर गुरु तेग बहादुर ने सांप्रदायिक सद्भाव के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। बीते दिनों देश में पहलगाम में दुखद दुर्घटना हुई, लोगों को धर्म के पूछकर उनकी हत्या की गई। हमारी सरकार और सेना ने उस हमले का पुरजोर जवाब दिया। इसमें हमारी सेना की बहादुरी, नेतृत्व की दृढ़ता और देश की एकता देखने को मिली। इस घटना के बाद दुनिया में हमें पता चला कि हमारे मित्र कौन-कौन हैं।



