Breaking Newsधर्म

बस्ती : सीता – राम का विवाह भक्त और भगवान का मिलन

सीता – राम का विवाह भक्त और भगवान का मिलन

इण्डिया नाऊ 24
जिला संवाददाता बस्ती
नवीन कुमार

बस्ती। श्री राम चरित मानस में महा कवि गोस्वामी तुलसीदास जी ने भगवान श्री राम और जनक नन्दिनी सीता के विवाह का वर्णन बड़ी ही सुन्दरता से किया है। इनका विवाह पूरी राम चरित मानस की सबसे महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि प्रकृति के नियंता को ज्ञात था कि जीवन में चौदह वर्ष का वनवास और रावण जैसे अहंकारी असुर का वध धैर्य के वरण के बगैर संभव नहीं है। अतः श्री राम जानकी का विवाह मुख्य रूप से यह एक बड़े संघर्ष से पूर्व धैर्य वरण का प्रसंग है। यह सद विचार स्वामी रामेश्वर नारायण जी महाराज ने नगर बाजार के श्री हनुमान गढ़ी मंदिर परिसर में श्री हनुमान मंदिर जीर्णोद्धार के बाद मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के निमित्त आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा में व्यक्त किया। कथा प्रसंगों के क्रम में महात्मा जी ने कहा कि जीवन में सदगुण से ही मिठास आती है। जिसके जीवन में मधुरता नहीं ईश्वर उसे प्रिय नहीं है। महादान और द्रव्यदान से भी मान दान श्रेष्ठ है। विश्वामित्र के गुणों की चर्चा करते हुए महात्मा जी ने कहा कि विश्व जिसका मित्र है वही विश्वामित्र है। जगत मित्र बनोगे तो राम , लक्ष्मण तुम्हारे पीछे – पीछे आयेंगे। भगवान कहते हैं जब जीव मेरे दर्शन के लिए आता है तो मैं खड़ा होकर उसे दर्शन देता हूं। कथा व्यास का विधि-विधान से मुख्य यजमान शेष मणि गुप्ता , शकुंतला देवी , चिरौंजी गुप्ता , मंजू देवी ने पूजन किया। मुख्य रूप से नगर पंचायत नगर बाजार अध्यक्ष नीलम सिंह राना , राना दिनेश प्रताप सिंह , विष्णु कसौधन , रमेश कसौधन , संजय गुप्ता , चन्दन गुप्ता , रामधनी कसौधन , चंदन गुप्ता , आशीष कुमार सिंह , राजू गौड़ , श्रुति कुमार अग्रहरि , दुर्गेश , दिलीप कसौधन , अरविन्द कुमार , नरेंद्र पाण्डेय , रत्नैश्वर सिंह , विजय कुमार , सुनील श्रीवास्तव रीना कसौधन , माधुरी के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button