
कर्ज माफ़ी और उचित मुआवजे की रखी मांग
शैलेंद्र कुमार द्विवेदी इंडिया नाऊ २४
छत्तीसगढ़
बलरामपुर।लगातार हुई भारी बारिश से बलरामपुर जिले के हजारों किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। खेतों में खड़ी धान की फसलें पानी में डूब जाने से खराब हो गईं, कई जगहों पर धान अंकुरित हो गया है जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है।
इसी समस्या को लेकर पिछड़ा वर्ग कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल कुशवाहा के नेतृत्व में किसानों का एक विशाल समूह एसडीएम कार्यालय वाड्रफनगर पहुंचा, जहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
किसानों ने बताया कि अक्टूबर के अंतिम सप्ताह और नवंबर की शुरुआत में 6 से 7 दिनों तक हुई लगातार बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया, जिससे धान की कटाई बाद खेत में फसल सड़ने लगी। बारिश का पानी उतरने के बाद कई खेतों में धान के पौधे अंकुरित हो गए हैं।
ज्ञापन में किसानों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि —
1️⃣ किसानों का कर्ज माफ़ किया जाए,
2️⃣ उचित मुआवजा प्रदान किया जाए,
3️⃣ और बचे हुए धान की खरीदी की जाए, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
किसानों का कहना है कि धान ही उनकी आजीविका का एकमात्र साधन है, और यदि सरकार ने समय पर मदद नहीं की तो परिवारों के सामने आर्थिक संकट गहराने लगेगा।
पिछड़ा वर्ग कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल कुशवाहा ने कहा कि “किसानों की मेहनत को संरक्षित करना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। राज्य सरकार को तुरंत किसानों के हितों का ख्याल कर क़र्ज़ माफी, उचित मुआवजा की घोषणा करनी चाहिए ताकि किसानों को न्याय मिल सके।”
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