बाराबंकी: अवसानेश्वर मंदिर में हादसा, बिजली का तार टूटकर गिरने से मची भगदड़, दो की मौत, 38 श्रद्धालु घायल

बाराबंकी: अवसानेश्वर मंदिर में हादसा, बिजली का तार टूटकर गिरने से मची भगदड़, दो की मौत, 38 श्रद्धालु घायल
यूपी के बाराबंकी जिले में अवसानेश्वर मंदिर में बिजली का तार टूटकर गिरने से मची भगदड़ में दो लोगों की मौत हो गई। इसमें 38 श्रद्धालु घायल हो गए हैं।
सावन सोमवार को अवसानेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के दौरान बिजली का तार टूटकर गिर गया, जिससे टीन शेड में करंट उतर आया। करंट की चपेट में आने से भगदड़ मच गई। हादसे में करीब 38 श्रद्धालु घायल हो गए, जिनमें दो की मौत हो गई। थाना लोनीकटरा क्षेत्र के गांव मुबारकपुरा निवासी प्रशांत (22) और एक अन्य श्रद्धालु की मौत त्रिवेदीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर इलाज के दौरान हो गई।त्रिवेदीगंज सीएचसी पर कुल 10 घायलों को लाया गया, जिनमें पांच को हालत गंभीर होने पर रेफर कर दिया गया है। वहीं, हैदरगढ़ सीएचसी पर 26 घायल श्रद्धालुओं का इलाज चल रहा है, जिनमें से एक को गंभीर स्थिति में रेफर किया गया है। हादसे के बाद मंदिर परिसर और इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने में जुटे हैं। यह घटना कैसे हुई इसकी जांच अभी चल रही है। घटना के बाद मंदिर में आए लोग नियमित तरीके से दर्शन-पूजा कर रहे हैं।
सावन के सोमवार की वजह से थी भारी भीड़
प्रशासन के अनुसार यह घटना सुबह के तीन बजे करीब की है। आम दिनों में तीन बजे इतनी भीड़ नहीं होती। सावन का सोमवार होने की वजह से भीड़ ज्यादा थी। कुछ स्थानीय लोगों के अनुसार एक बंदर के बिजली के तार पर कूदने से तार टूट गया। उस समय वहां पर तार टूटने और उसकी वजह से करंट उतर आने की बात फैल गई। करंट की बात सुनकर ही भगदड़ मच गई। हालांकि इस घटना के बाद मंदिर के हालात सामान्य हैं और लोग कतारों में खड़े होकर दर्शन-पूजा कर रहे हैं।
सामने आई मृतकों और गंभीर रूप से घायलों की सूची
1-प्रशांत (22)पुत्र रामकृपाल मृतक मुबारक पुर लोनीकटरा2-एक मृतक (25) वर्षीय अज्ञात घायल1-रंजीत (26)पुत्र साहब दीनमोहदीपुर सतरिख 2-पलक(13)पुत्री रंजीत रामछतौरा कोठी3-संध्या(24)पुत्री महेश भुलभुलिया कोठी4-सुंदरम सिंह (14) पुत्र सरतेजमोहदीपुर कोठी5-लक्ष्मी(18)पुत्री पवन बिबियापुर घाट कोठी6-अमन(18)पुत्र बाबादीन गढी घोसियामऊ सुबेहा7-बैजनाथ(22)पुत्र जगजीवन सुबेदार पुरवा हैदरगढ़