गोरखपुर एक जरा सी चूक और पकड़ा गया…45 लाख रुपये के जेवर किए थे चोरी- जानिए कैसे आया पकड़ में

गोरखपुर एक जरा सी चूक और पकड़ा गया…45 लाख रुपये के जेवर किए थे चोरी- जानिए कैसे आया पकड़ में
28 अप्रैल की घटना के बाद सर्विलांस सेल ने कर्मचारी के मोबाइल लोकेशन से जांच की। लोकेशन शाहमारूफ के पास आकर बंद मिला। इसके बाद से मोबाइल फोन ऑन नहीं हुआ। इसी बीच 9 तारीख को पुराने मोबाइल नंबर पर नए मोबाइल नंबर से एक फोन गया। इसी फोन से आरोपी कर्मचारी की पहचान हो गई। पता चला कि वह कुशीनगर में रुका हुआ है।
राजघाट इलाके में लालबाबू किशन कुमार ज्वेलर्स के कर्मी कृष वर्मा और उसके साथी दिनेश गौड़ को शनिवार को पुलिस ने क्षेत्र से गिरफ्तार लिया। दोनों के पास से 390 ग्राम सोना बरामद किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी कर्मी कृष वर्मा ने बताया कि गर्लफ्रेंड के महंगे शौक को पूरा करने के लिए वह जेवर लेकर भाग गया था।
वह महंगे मोबाइल खुद भी रखता था और गर्लफ्रेंड को भी देता था। दोनों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भिजवा दिया गया। एसपी सिटी अभिनव त्यागी व सीओ ओंकार नाथ ने पुलिस लाइंस में शनिवार को प्रेसवार्ता कर घटना का पर्दाफाश किया।
बताया कि आरोपी कृष वर्मा राजघाट के बसंतपुर फुल्की गली और दिनेश गौड़ रायगंज उत्तरी का निवासी है। एसपी सिटी ने बताया कि हिंदी बाजार स्थित लालबाबू किशन कुमार ज्वेलर्स फर्म के राहुल वर्मा ने केस दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि उनका कर्मचारी कृष वर्मा 30 अप्रैल को हॉलमार्किंग सेंटर पर मार्किंग करने के लिए सोने का जेवर लेकर गया था।
सोने के गहनों की वजन 448 ग्राम था, कीमत करीब 45 लाख रुपये थी। इसके बाद वह लौटा नहीं। पुलिस केस दर्ज कर उसकी तलाश में लगी थी। हालांकि पुलिस को आरोपियों के पास से 390 ग्राम सोना मिला है। कुछ सोना गला कर बेचना बताया गया। उसके पुराने आपराधिक इतिहास को भी खंगाला जा रहा है।
सर्विलांस से मिला लोकेशन, खुल गई चोरी28 अप्रैल की घटना के बाद सर्विलांस सेल ने कर्मचारी के मोबाइल लोकेशन से जांच की। लोकेशन शाहमारूफ के पास आकर बंद मिला। इसके बाद से मोबाइल फोन ऑन नहीं हुआ। इसी बीच 9 तारीख को पुराने मोबाइल नंबर पर नए मोबाइल नंबर से एक फोन गया।इसी फोन से आरोपी कर्मचारी की पहचान हो गई। पता चला कि वह कुशीनगर में रुका हुआ है। पुलिस सूत्रों की मानें तो कर्मचारी का एक निजी रिश्तेदार है, उसने कुशीनगर में उसका ठिकाना भी बताया था। सूत्रों ने बताया कि पूछताछ ने आरोपी ने बताया कि कुशीनगर में एक लड़के के पास इसी रिश्तेदार की पैरवी से जाकर रुका था। उसने ही अपने नाम और पते पर मोबाइल का दूसरा सिम खरीदा था और उसे दिया था।कुछ दिन पहले नौकरी पर लगा था आरोपीसूत्रों की मानें तो आरोपी कर्मचारी मूल रूप से बलिया का रहने वाला है। फर्म पर चोरी के एक महीने पहले ही नौकरी पर लगा था। आशंका है कि बाजार में उसके रिश्तेदार या जान-पहचान के लोगों ने ही उसे सोना लेकर भागने और कार्रवाई नहीं होने का आश्वासन दिया होगा।लेकिन, एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी खुद लगातार हिंदी बाजार के मुखबिरों पर नजर बनाए थे। इसी बीच चोरी की घटना होने के बाद बाजार के सूत्रों के सहारे पुलिस के सामने कुछ चेहरे सामने आए हैं। बाजार के लोगों को भी शक है कि अभी कुछ दिन पहले भी ऐसे ही एक छिनौती हुई थी, उसके पहले की ये घटना है।