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गाजीपुर : पत्रकार और पुलिस!…एक सहयोगी रिश्ता,यूपी के नए डीजीपी राजीव कृष्ण का पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट संदेश

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।

आज दिनांक।06/06/025को

संवाद और सहयोग से ही बनेगा बेहतर तंत्र

पत्रकार और पुलिस!…एक सहयोगी रिश्ता,यूपी के नए डीजीपी राजीव कृष्ण का पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट संदेश

लखनऊ:- उत्तर प्रदेश के नव नियुक्त पुलिस महानिदेशक (DGP) श्री राजीव कृष्ण ने अपने पदभार ग्रहण करने के बाद मीडिया और पुलिस के रिश्तों को लेकर एक अहम और स्पष्ट संदेश प्रदेश भर के पुलिस अधिकारियों को दिया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मीडिया कर्मियों को पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार से परेशान न किया जाए, बल्कि उनकी बातों को गंभीरता से सुना जाए और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाए।

मीडिया-पुलिस संबंधों को लेकर डीजीपी का दृष्टिकोण:-

राजीव कृष्ण ने कहा कि मीडिया समाज का एक सशक्त स्तंभ है, जो न केवल जनता की समस्याओं को उजागर करता है, बल्कि पुलिस और शासन प्रशासन के कार्यों को भी जन-जन तक पहुंचाता है। मीडिया से मैत्रीपूर्ण और पेशेवर संबंध बनाए रखना हर पुलिसकर्मी के लिए आवश्यक है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई अधिकारी इस भावना के विपरीत कार्य करता है, तो उसे पहले सुझाव, फिर आवश्यकतानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।

पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में कदम:-

डीजीपी का यह निर्देश केवल मीडिया को सहयोग देने भर की बात नहीं है, बल्कि यह पूरे तंत्र को पारदर्शी, उत्तरदायी और जनोन्मुखी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया, वेब पोर्टल्स, ऑनलाइन न्यूज चैनल्स और अन्य डिजिटल माध्यमों से जनता तक जानकारी बहुत तेजी से पहुंचती है। ऐसे में पुलिस का यह दायित्व बनता है कि वह मीडिया को सहयोग प्रदान करे, ना कि बाधा बने।

राजीव कृष्ण ने यह भी कहा कि मीडिया और पुलिस मिलकर एक ऐसी कड़ी बनाते हैं जो जनता और सरकार के बीच सेतु का कार्य करती है। जनता की आवाज मीडिया के माध्यम से पुलिस तक पहुंचती है, और पुलिस द्वारा किए गए कार्यों को मीडिया समाज के समक्ष लाता है। इस परिप्रेक्ष्य में दोनों के रिश्ते संवाद, सहयोग और सम्मान पर आधारित होने चाहिए।

पुलिस के प्रति जनता का विश्वास तभी बढ़ेगा जब उन्हें यह महसूस होगा कि उनकी समस्याएं सुनी और सुलझाई जा रही हैं। मीडिया की इस प्रक्रिया में बड़ी भूमिका है। डीजीपी ने सभी जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, थाना प्रभारियों और अन्य अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे मीडिया कर्मियों के साथ सम्मानजनक और सकारात्मक व्यवहार सुनिश्चित करें।

डीजीपी राजीव कृष्ण का यह संदेश केवल निर्देश नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यसंस्कृति में एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। यह मीडिया और पुलिस दोनों के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है, जहां पारदर्शिता, जवाबदेही और समन्वय के साथ जनहित में कार्य होगा।

समाज में व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस और मीडिया दोनों की भूमिका अहम है,और यदि ये दोनों संस्थाएं आपसी विश्वास व सम्मान के साथ काम करें, तो निश्चित ही यह प्रदेश के विकास और कानून व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा।

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