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गोरखपुर डॉक्टर अनुज सरकारी को पुलिस की क्लीनचिट, तीन के खिलाफ चार्जशीट

गोरखपुर डॉक्टर अनुज सरकारी को पुलिस की क्लीनचिट, तीन के खिलाफ चार्जशीट

डॉक्टर-सिपाही पिटाई प्रकरण : चार अक्तूबर 2024 को डॉक्टर की क्लीनिक पर हुई थी सिपाही से मारपीटविशेष न्यायाधीश एससी-एसटी एक्ट दीपा राय ने 18 जनवरी को केस दर्ज करने का दिया था आदेशगोरखपुर। छात्रसंघ चौराहे के पास डॉक्टर और सिपाही के बीच मारपीट के मामले में कैंट पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने साक्ष्य का अभाव बताकर केस से डॉ. अनुज सरकारी का नाम निकाल दिया है। उनके कर्मचारी राजेश, अनूप और सुनील चौहान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। इस मामले में सिपाही के पिता का कहना है कि वह चार्जशीट के खिलाफ कोर्ट में प्रार्थना पत्र डालेंगे।कैंट थाना क्षेत्र के छात्रसंघ चौराहे पर डॉ. अनुज सरकारी का क्लिनिक है। दो अक्तूबर 2024 को सिपाही पंकज कुमार पत्नी का इलाज करवाने डॉ. अनुज सरकारी के क्लीनिक पर गए थे। वहां पर फीस को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद बिना इलाज कराए ही पंकज पत्नी को लेकर लौट गए। चार अक्तूबर को फिर पंकज क्लीनिक पर पहुंचे। इस दौरान डॉक्टर से फिर विवाद हो गया।

आरोप है कि पंकज ने डॉक्टर के सिर पर हथौड़े से कई वार कर दिए। इसके बाद कर्मचारियों और वहां के सुरक्षाकर्मियों ने पंकज की खूब पिटाई की थी। कैंट पुलिस को बुलाकर उन्हें सौंप दिया गया था। मामले में डॉक्टर की तहरीर पर सिपाही पर केस दर्ज करके उसे पुलिस ने जेल भिजवा दिया था। पंकज कुमार बलिया में कांस्टेबल पद पर तैनात हैं। बाद में पंकज को जमानत मिल गई थी।

इस दौरान सिपाही की पत्नी अदिति ने डॉक्टर और उनके कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी एक्ट दीपा राय ने 18 जनवरी को केस दर्ज करने का आदेश दिया था। इसके बाद तीन फरवरी को सिपाही की पत्नी अदिति की तहरीर पर गैस्ट्रो लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुज सरकारी और क्लिनिक के 24 अज्ञात कर्मचारियों पर मारपीट का केस दर्ज किया गया था।
अब कैंट पुलिस ने साक्ष्य के अभाव में इस केस से डॉ. अनुज सरकारी का नाम निकाल दिया है। कर्मचारी राजेश, अनूप और सुनील चौहान के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। वहीं, पंकज अभी बलिया में ड्यूटी कर रहे हैं।–सिपाही के पिता बोले-फिर से विवेचना के लिए करेंगे अनुरोधचार्जशीट से डॉक्टर का नाम बाहर होने से सिपाही पंकज और उसका परिवार बेहद निराश है। पंकज के पिता चंद्रदेव ने कहा कि चार्जशीट के खिलाफ कोर्ट में प्रार्थना पत्र डालेंगे। इस केस की विवेचना फिर से कराने का अनुरोध किया जाएगा। डॉक्टर के क्लीनिक पर ही बेटे पंकज की पिटाई की गई थी। इसका वीडियो भी सामने आया था। इसके बाद भी डॉक्टर का नाम केस से निकालना समझ से परे है। हम लोग न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखेंगे।–वीडियो वायरल होने के बाद कई जगह हुए थे प्रदर्शनइस घटना में सिपाही पंकज के जेल जाने के बाद एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में दिख रहा है कि डॉक्टर के क्लीनिक पर 20 से अधिक लोग पंकज पर पर लात-मुक्के बरसा रहे हैं। हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि अमर उजाला नहीं करता है। इसके बाद शहर के कई बड़े संगठन सिपाही के पक्ष में लामबंद हो गए। डॉक्टर पर कार्रवाई करने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन भी हुए। इसके बाद भी पुलिस ने सिपाही की तरफ से केस नहीं दर्ज किया।–वर्जनडॉ. अनुज सरकारी के खिलाफ एक भी साक्ष्य नहीं मिले हैं। इसलिए इस केस से डॉक्टर का नाम बाहर निकाल दिया गया है। तीन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है।-

योगेंद्र सिंह, सीओ कैंट

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