ग़ाज़ीपुर : जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष पूज्य पंकज जी महाराज अपने 29 दिवसीय षाकाहार-सदाचार

जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष पूज्य पंकज जी महाराज अपने 29 दिवसीय षाकाहार-सदाचार
ग़ाज़ीपुर के सादात/सैदपुर जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष पूज्य पंकज जी महाराज अपने 29 दिवसीय षाकाहार-सदाचार मद्यनिशेध की आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा लेकर कल सायंकाल बैजल बघेल इण्टर कालेज मिर्जापुर वि0ख0 सादात पहॅुचे। आज यहॉ आयोजित सत्संग समारोह में प्रवचन करते हुये संस्था प्रमुख ने कहा हमारे गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने लोगों को प्रभु की भजन भक्ति में लगाने व अच्छे समाज के निर्माण के लिये अपने जीवन काल में अथक परिश्रम किया, अपनी आध्यात्मिक शक्ति का सहारा देकर बीसों करोड़ लोगों को इसमें संलग्न किया। हम मानवता और आध्यात्मिक षक्ति के जागरण से सबको जीवन का सत्य सिखाकर ईष्वर की तरफ मोड़ने के प्रमुख लक्ष्य को लेकर निकले हैं, प्रेम और स्वेच्छा से दिल बदलेंगे। हम चाहते हैं वेष कीमती मनुष्य शरीर के पाने के महत्व को लोग समझें और गृहस्थ आश्रम के कार्यों को करते हुये थोड़ा सा समय निकाल कर भगवान का भजन भी करें। आत्मा की सारी शक्ति शरीर के नौ दरवाजों में फैली है। उसे केन्द्रित करके दसवें द्वार (भृकुटी बिलास) में लायेंगे तो गुरु की कृपा से आत्मा की शक्ति का बोध हो जायेगा।
उन्होंने गुरु की महिमा पर बहुत प्रकाष डाला। गुरु को सर्वोच्च दयागार कहा। गुरु के बराबर कोई नहीं। यहां तक कि सतनाम अनामी भी गुरु के आगे कुछ नहीं।
गुरु मेरे पूर्ण कृपा के आधार हैं। मैं उन्हीं का गुण गाऊँगा। उनके नाम को रोषन करने में अपनी पूरी ताकत जीवन लगा दूंगा। उन्होंने कलयुग की सुगम से सुगम नामयोग साधना का उपदेष किया। जयगुरुदेव नाम की महिमा सुनाई कहा कि यह नाम समय का जागृत एवं सिद्ध नाम है। संकट की घड़ी में मददगार होगा। मौत के वक्त इस नाम को श्वांस, श्वांस पर याद करने पर मौत की पीड़ा कम होगी। यह ‘जयगुरुदेव’ नाम का जहाज हमारे गुरु महाराज लगा कर गये हैं। इस जहाज पर जितने भी जीव चढ़ जायेंगे यह जहाज सबको पार उतारेगा। अभी आप क्या देखते हैं।
‘जयगुरुदेव‘ नाम से ना जाने कितनी रूहें खेप की खेप भवपार चली जायेंगी। सारी दुनिया को शांति इसी नाम से मिलेगी। एक दिन सारी दुनिया ‘‘जयगुरुदेव’’ नाम को याद करेगी।
सायंकाल 3 बजे से आज बहदिया वि0ख0 सैदपुर में आयोजित सत्संग में महाराज जी ने कहा कि जातियॉ कर्म के अनुसार बनी न कि जन्म से। इसलिये बिना जाति-पॉति के भेद किये भजन का रास्ता लेकर साधना करके आत्मकल्याण करें। आज समाज में परस्पर प्रेम सद्भाव की आवष्यकता है। प्रेम से मिल जुलकर जीवन यापन करें। षाकाहार-सदाचार अपनाकर, नषों का त्याग करें। अच्छे समाज के निर्माण में भागीदार बनें। उन्होंने जयगुरुदेव आश्रम मथुरा में आगामी 11 से 15 जुलाई तक आयोजित होने वाले गुरूपूर्णिमा पर्व पर आने का निमन्त्रण भी दिया। इस समय वह जिला गाजीपुर में दिनांक 19 से 26 जून तक विकासखण्डवार सत्संग दौरे पर हैं। सत्संग के बाद जनजागरण यात्रा रईसपुर का बाग वि0ख0 देवकली के लिये प्रस्थान कर गयी।
इस अवसर पर इन्द्रदेव यादव जिलाध्यक्ष, प्रभाचन्द्र यादव उपाध्यक्ष, जंगबहादुर सिंह यादव कोशाध्यक्ष, लालजी यादव तहसील अध्यक्ष, षिवनारायण चौहान ब्लाक अध्यक्ष, महेष यादव, कैलाष सिंह, राणाप्रताप सिंह प्रबंधक बैजल बघेल इ0का0, जगदीष सिंह प्रधानाचार्य, नारायण यादव, सभाजीत यादव, कैलाष राजभर, बबलू सोनकर, सन्तोश यादव ब्लाक अध्यक्ष सैदपुर, रामराज पाल, रामबचन यादव, मास्टर बासुदेव, अंगद पाल प्रवक्ता आदि के साथ संस्था के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।