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Lockdown Anniversary: कोविड के इस नए युग में कैसे बदल रही है ब्यूटी इंडस्ट्री!

Lockdown Anniversary इसमें कोई शक़ नहीं कि ब्यूटी प्रोडक्ट्स लोगों को खुशी देते हैं। कई लोग इसे एक सस्ती लगज़री मानते हैं तो मूड को फौरन अच्छा कर देती है। क्योंकि लोग आजकल दुकानों या शोरूम में कम जा पा रहे हैं जिसका फायदा ई-कॉमर्स वेबसाइट्स को मिल रहा है।

नई दिल्ली। Lockdown Anniversary: साल 2020 में सभी ने ज़िंदगी का एक तरह से  पुनर्मूल्यांकन किया और इसे रिसेट भी किया। कोविड-19 महामारी और फिर लॉकडाउन ने हमारी ज़िंदगी बदलकर रख दी, जिसके अब हम आदि हो चुके हैं। इस महामारी ने हमारी ज़िंदगी के हर पहलू पर असर डाला है और स्वाभाविक रूप से इसकी चपेट में ब्यूटी इंडस्ट्री भी आई है। ब्यूटी इंडस्ट्री में शारीरिक दूरी बनाए रखा मुश्किल है, चेहरे मास्क के पीछे छिपे हैं, जिसमें मेकअप का कोई रोल नहीं रह गया है। ऐसे में ब्यूटी इंडस्ट्री का भविष्य कैसा दिख रहा है?

आदतों में कैसे आया बदलाव

इसमें कोई शक़ नहीं कि ब्यूटी प्रोडक्ट्स लोगों को खुशी देते हैं। कई लोग इसे एक सस्ती लगज़री मानते हैं, तो मूड को फौरन अच्छा कर देती है। क्योंकि लोग आजकल दुकानों या शोरूम में कम जा पा रहे हैं, जिसका फायदा ई-कॉमर्स वेबसाइट्स को मिल रहा है। खासतौर पर स्किन केयर से जुड़े प्रोडक्ट्स की बिकरी काफी हो रही है। एमाज़ोन की रिपोर्ट के अनुसार, मेकअप प्रोडक्ट्स की बिक्री काफी कम हुई, लेकिन वहीं, नेल कलर, बाथ एंड बॉडी प्रोडक्ट्स, होम फेशियल किट्स और हेयर कलर किट्स काफी डिमांड में रहे।

मेकअप की डिमांड हुई कम

महामारी में लोगों ने काफी चीज़ों पर खर्चा कम दिया। इनमें से एक मेकअप भी रहा है। क्योंकि मास्क के पीछे मेकअप नहीं दिखता, इसलिए लोग अब मास्क के साथ चेहरे को सिम्पल रखने की कोशिश कर रहे हैं। यहां तक कि ब्यूटी ब्लॉगर्स का भी मानना है कि लोग लिप्सटिक लगाने के ट्यूटोरियल पसंद नहीं कर रहे, क्योंकि अब लिप्सटिक लगाने का कोई मतलब नहीं रह गया है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लोगों ने मेकअप का इस्तेमाल बिल्कुल बंद कर दिया है, अब भी आखों को हाईलाइट करने के लिए मेकअप का इस्तेमाल हो रहा है।

सलॉन जाना नहीं रहा आसान

इस महामारी में स्वास्थ्य और सुरक्षा हम सबकी प्रथमिक्ता बन गई है, ऐसे में सलॉन जाना अब पहले जैसा आसान नहीं रहा है। सलॉन ऑनर्स का कहना है कि अब कलाइंट्स जब हमले अपॉइंटमेंट लेते हैं, तो हम उनसे कोविड-19 रिस्क से जुड़ा एक फॉर्म भरवाते हैं, और उनसे आरोग्य सेतु एप को डॉउनलोड करने के लिए कहते हैं। क्लाइंट्स के साथ स्टाफ का भी शरीर का तापमान रोज़ाना चेक किया जाता है। सभी के लिए मास्क पहनना ज़रूरी है, साथ ही हाथों को कई बार धोना। इसके अलावा हम सलॉन को दिन भर में कई बार डिसइंफेक्ट भी करते हैं। स्टाफ को पीपीई किट्स, शू कवर्स, मास्क, फेस शील्ड और गलव्ज़ भी दिए गए हैं।

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