गोरखपुर : ब्राजील में इतिहास रच वापस भारत लौटी गोल्डन गर्ल आदित्या:दिल्ली से लेकर गोरखपुर तक जश्न, डेफ ओलिंपिक के बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत को पहली बार दिलाई गोल्ड

ब्राजील में इतिहास रच वापस भारत लौटी गोल्डन गर्ल आदित्या:दिल्ली से लेकर गोरखपुर तक जश्न, डेफ ओलिंपिक के बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत को पहली बार दिलाई गोल्ड
Tapon Bose
India now24 Gorakhpur
आदित्या का ढोल नगाड़ो और माल्यार्पण के बीच सुनहरी चमक बिखेरने का जश्न मना।
भारत को ब्राजील में पहली बार डेफ ओलिंपिक के बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल दिलाकर इतिहास रचने वाली गोरखपुर की बेटी आदित्या यादव रविवार को वापस गोरखपुर आई। यहां पहुंचते ही दिल्ली से लेकर गोरखपुर तक आदित्या को जोरदार स्वागत हुआ। अपने पिता संग गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही आदित्या का ढोल नगाड़ो और माल्यार्पण के बीच सुनहरी चमक बिखेरने का जश्न मना। आदित्या से मिलने और उसके साथ सेल्फी लेने वाली की भीड़ जमा हो गई। घर पर भी उससे मिलने वालों को तांता लगा हुआ है।
2 मई को ब्राजील में जीता था मेडल
महज 12 साल की उम्र में डेफ ओलिंपिक (बधिरों के लिए विश्व खेल) खेली आदित्या ने फाइनल में टीम को जीत दिलाकर भारत को गोल्ड दिला दिया है। 2 मई को भारत ने डबल्स चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। पहले मैच में फ्रांस के खिलाफ खेलते हुए आदित्या और रोहित भाकर की जोड़ी ने 4-1 से जीत हासिल की।
दरअसल, डेफलंपिक की टीम चैंपियनशिप में बैडमिंटन के कुल 8 खिलाड़ियों के साझा प्रयास से टीम ने भारत ने स्वर्ण पदक जीता है। इसमें आदित्या यादव का भी अहम योगदान था। आदित्या ने सिंगल्स, डबल्स और मिक्स डबल्स में भी प्रतिभाग किया। सिंगल्स और मिक्स डबल्स में प्री क्वार्टर फाइनल तक पहुंची। खिलाड़ियों के साझा प्रयास से टीम ने भारत ने स्वर्ण पदक जीता है।
डबल्स में पहले राउंड में ही प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। टीम शनिवार को तड़के दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची। वहां स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा सभी पदक विजेताओं का भव्य स्वागत किया गया। आदित्या को दिल्ली में रिसीव करने उनके माता-पिता भी पहले ही पहुंच गए थे। रविवार को आदित्या माता-पिता के साथ गोरखधाम एक्सप्रेस से गोरखपुर पहुंची।
गोल्ड मेडल जीतने वाली आदित्या यादव की इस सफलता पर CM योगी ने ट्वीट कर शुभकामनाएं दी थी।
सीएम ने दी भी दी थी बधाई, बोले- हमें आप पर गर्व है
गोल्ड मेडल जीतने वाली आदित्या यादव की इस सफलता पर CM योगी ने ट्वीट कर शुभकामनाएं दी थी। सीएम ने ट्वीट कर लिखा था कि, ‘ब्राजील #Deaflympics2021 की बैडमिंटन स्पर्धा में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक प्राप्त होने पर हार्दिक बधाई और ढेरों शुभकामनाएं! इसमें गोरखपुर की बेटी आदित्या यादव ने जो अद्वितीय प्रदर्शन किया है, वह असंख्य खिलाड़ियों व बच्चों के लिए एक बेमिसाल प्रेरणा है। हमें आप पर गर्व है।’
गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर हैं आदित्या
गोरखपुर के रहने वाले दिग्विजय यादव के घर जब आदित्या का जन्म हुआ, तो सब खुश थे। मगर, उन्हें यह पता चलने में तीन साल लग गए कि वह सुन और बोल नहीं सकती है। दिग्विजय परेशान हो गए कि अब अपनी इस बेटी के लिए क्या करें।
एक दिन आदित्या ने रैकेट पकड़ा, तो उसे देखकर दिग्विजय को लगा कि वो बैडमिंटन अच्छा खेल सकती है। पांच साल की उम्र में उसकी कोचिंग शुरू हो गई। एक साल बाद ही आदित्या अपने से अधिक उम्र के खिलाड़ियों को मात देने लगी। जिस टूर्नामेंट में पार्टिसिपेंट करती, वहां से जीतकर ही लौटती। इसलिए छोटी सी उम्र में आदित्या का नाम गोल्डन गर्ल पड़ गया।
पीवी सिंधू ने की थी तारीफ
आदित्या यादव जब दस साल की थीं, तो उन्होंने चाइना में आयोजित वर्ल्ड चैंपिचनशिप में अपने टैलेंट का लोहा मनवाया था। वह जब दिल्ली में एक टूर्नामेंट में खेल रही थीं, तब बैंडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू भी उनका गेम देखकर दंग रह गईं थीं। आदित्या के पिता दिग्विजय यादव भी एक अच्छे बैंडमिंटन खिलाड़ी और कोच हैं। लिहाजा, पीवी सिंधू ने उनसे बात करके कहा कि आदित्या का गेम अच्छा है, इसे आगे ले जाइए। कोई दिक्कत हो तो हमें बताइएगा। पीवी सिंधू ने आदित्या को कई अच्छे टिप्स भी दिए थे।