यूपी कैबिनेट के फैसले: पारिवारिक संपत्ति बंटवारे में नहीं पड़ेगा भारी शुल्क, प्रदेश में बनेंगे टीवी-मोबाइल पार्ट्स

यूपी कैबिनेट के फैसले: पारिवारिक संपत्ति बंटवारे में नहीं पड़ेगा भारी शुल्क, प्रदेश में बनेंगे टीवी-मोबाइल पार्ट्स
यूपी कैबिनेट की मंगलवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में संपत्ति बंटवारे सहित कई महत्वपूर्ण फैसले हुए।
प्रदेश सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत देने का ऐलान किया है। अब परिवारिक संपत्ति के बंटवारे संबंधी दस्तावेजों (विभाजन विलेख) पर भारी भरकम स्टाम्प शुल्क और रजिस्ट्रेशन शुल्क नहीं लगेगा। सरकार ने इसकी अधिकतम सीमा 5,000 तय करने का प्रस्ताव किया है, जिसे कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी।
देश में बड़ी संख्या में लोग संयुक्त या अविभाजित संपत्ति के मालिक हैं। मौजूदा समय में इन संपत्तियों का बंटवारा अक्सर लिखित और पंजीकृत दस्तावेज के बजाय आपसी सहमति से किया जाता है। ऊंचे शुल्क के कारण लोग विभाजन विलेख दर्ज नहीं कराते और मामला अदालतों तक पहुंच जाता है। सरकार का मानना है कि शुल्क घटने से लोग पंजीकरण के लिए आगे आएंगे और विवाद कम होंगे। परिवारों में आपसी सौहार्द्र बढ़ेगा।
यूपी में बनेंगे टीवी, मोबाइल और लैपटाप के कंपोंनेट्स
राज्य में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा देने और निवेश आकर्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण नीति-2025 को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। इस नीति का मकसद प्रदेश को केवल इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की असेंबली सेंटर तक सीमित नहीं करना है बल्कि इलेक्ट्रानिक्स कंपोनेंट्स निर्माण के गढ़ के रूप में विकसित करना है। नीति के तहत प्रस्तावित प्रोत्साहनों और रियायतों की अवधि में लगभग 50,000 करोड़ रुपये का निवेश आने का अनुमान है। जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों में भारी वृद्धि होने की उम्मीद है।आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स के प्रमुख सचिव अनुराग यादव ने बताया कि अभी हम इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण ज्यादातर असेंबल करते हैं। जिसके पार्ट बाहर से आते हैं। अब हम पार्ट्स को भी यूपी में बनाएंगे। पहले 11 महंगे कंपोनेंट्स बनाने में फोकस किया जाएगा, जिनका इस्तेमाल टीवी, मोबाइल फोन, लैपटाप सहित अन्य उत्पादों में किया जाता है। इन्हें ‘ग्लोबल वैल्यू चैन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स’ के तहत यूपी में बनाया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से डिस्प्ले मॉड्यूल, कैमरा मिडिल, इलेक्ट्रो मैग्नेटिक कम्पोनेंट्स, बैटरी सेल 10000 एमएच तक, पॉली कार्बोनेट से बनने वाले कवर, इनक्लोजर और इन्हें बनाने वाली मशीनरी आदि हैं।