गुरुग्राम : याकुल्ट ने तापसी पन्नू को बनाया ब्रांड एंबेसडर, यह कदम 2030 रीब्रांडिंग विज़न को देगा नई ताकत

रिपोर्टर इंडिया नाउ 24 सुरेंद्र गुरुग्राम
याकुल्ट ने तापसी पन्नू को बनाया ब्रांड एंबेसडर, यह कदम 2030 रीब्रांडिंग विज़न को देगा नई ताकत
· याकुल्ट का लक्ष्य है कि 2030 तक हर साल दो अंकों (डबल-डिजिट) की वृद्धि बनाए रखे।
· याकुल्ट अब देशभर के करीब 700 शहरों में उपलब्ध है और तेजी से भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है।
घर-घर तक पहुँचाने वाली मशहूर “याकुल्ट लेडीज़” डिलीवरी नेटवर्क भारत में याकुल्ट की सफलता का बड़ा कारण है।
हर सर्विंग में याकुल्ट में 6.5 बिलियन से ज्यादा लैक्टोबैसिलस केसाई शिरोटा प्रोबायोटिक्स होते हैं। ये पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
21 अगस्त 2025, नई दिल्ली जापान की याकुल्ट होंशा और फ्रांस की ग्रुप डैनोन की साझेदारी वाली कंपनी याकुल्ट डैनोन इंडिया प्रा. लि. ने बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू को अपना नया ब्रांड एंबेसडर घोषित किया है। कंपनी ने बताया कि वह भारत में अच्छे पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और उसका लक्ष्य है कि 2030 तक हर साल डबल-डिजिट ग्रोथ हासिल करे।
2008 में भारत में आने के बाद से याकुल्ट ने देशभर के करीब 700 शहरों में अपनी उपस्थिती बनाई है। कंपनी ने प्रोबायोटिक डेयरी ड्रिंक कैटेगरी की शुरुआत की और पाचन स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। भारत में अब लोग खाने-पीने की चीजों में ज्यादा सेहतमंद विकल्प चुन रहे हैं, जिसकी वजह से प्रोबायोटिक्स और फंक्शनल फूड्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। यही कारण है कि भारत याकुल्ट की ग्रोथ स्ट्रेटेजी के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति का हिस्सा बन गया है।
ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए बॉलीवुड एक्ट्रेस और याकुल्ट की ब्रांड एंबेसडर तापसी पन्नू, ने कहा, “मैं याकुल्ट की इस यात्रा का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूँ। कंपनी अच्छे पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा दे रही है। मेरा परिवार कई सालों से याकुल्ट पी रहा है, खासकर मेरी माँ, और मैंने खुद देखा है कि छोटी-छोटी लेकिन नियमित आदतें कितना बड़ा फर्क ला सकती हैं। मैं सच में मानती हूँ कि अच्छी सेहत की शुरुआत आंत से होती है, और याकुल्ट इसे हमारी डेली रूटीन में शामिल करने का आसान और स्वादिष्ट तरीका है। मैं इस संदेश को फैलाने और पूरे भारत में और लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित करने को लेकर काफ़ी उत्साहित हूँ।
याकुल्ट डैनोन इंडिया प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर ईजी अमानो ने कहा, “पिछले 17 सालों में भारत ने याकुल्ट के लिए मजबूत ग्रोथ की संभावना दिखाई है। 2008 से कंपनी ने एक छोटी नई कैटेगरी से तेजी से बढ़ते बाजार तक का सफर तय किया है और उपभोक्ताओं का भरोसा जीता है। याकुल्ट का अगला बड़ा लक्ष्य है कि 2030 तक हर साल डबल-डिजिट ग्रोथ हासिल करे। यह बढ़ती प्रोबायोटिक डिमांड और भारतीय बाजार पर कंपनी के भरोसे को दर्शाता है। याकुल्ट भारत के और ज्यादा परिवारों तक अपने साइंटिफिकली प्रूव्ड प्रोबायोटिक ड्रिंक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
याकुल्ट डैनोन इंडिया प्रा. लि. की सीएसओ, साइंस एंड रेगुलेटरी अफेयर्स, डॉ. नीरजा हजेला ने याकुल्ट के पीछे का विज्ञान समझाते हुए कहा, “याकुल्ट रोजाना ली जाने वाली ड्रिंक है। यह आंत में न्यूट्रिएंट्स के बेहतर अवशोषण से हमारे आहार को और असरदार बनाता है। इसका कारण है कि केवल याकुल्ट में मौजूद यूनिक शिरोटा स्ट्रेन क्लिनिकली प्रूव्ड है, जो आंत में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाता है और अवशोषण व पाचन को बेहतर करता है। याकुल्ट लगातार सही नतीजे और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता रहता है।
याकुल्ट डैनोन इंडिया प्रा. लि. के डायरेक्टर, सेल्स, पीआर और मार्केटिंग, ताकू ओत्सुका ने कहा, “हमारी कंपनी का मकसद सिर्फ प्रोडक्ट बेचना नहीं है, बल्कि आंतों के स्वास्थ्य पर जागरूकता बढ़ाना और इसे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनाना है। क्रिएटिव मार्केटिंग, ऑन ग्राउंड गतिविधियों और उपभोक्ताओं से मजबूत जुड़ाव के जरिए याकुल्ट का लक्ष्य है कि प्रोबायोटिक्स हर भारतीय परिवार की आसान डेली आदत बन जाए। असली सेहत शरीर के अंदर से शुरू होती है, और याकुल्ट चाहता है कि हर व्यक्ति रोज इस बदलाव को महसूस करे।”
भारत का प्रोबायोटिक ड्रिंक बाज़ार तेजी से बढ़ रहा है। 2024 में इसकी कीमत लगभग 1,348.8 मिलियन रुपये आंकी गई थी। अनुमान है कि 2033 तक यह करीब 5,778.9 मिलियन रुपये तक पहुँच जाएगा और 2025 से 2033 के बीच 16.67% की तेज़ वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ेगा। यह जानकारी IMARC ग्रुप ने दी है।
याकुल्ट की भारत की सफलता में एक अनूठी ताकत “याकुल्ट लेडीज़” होम डिलीवरी मॉडल रही है। विशेष रूप से प्रशिक्षित महिलाएं याकुल्ट को सीधे घरों तक पहुँचाती हैं। इससे याकुल्ट के उत्पादों की ताज़गी और विश्वसनीयता बनी रहती है, साथ ही परिवारों को आंत के स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित भी किया जाता है। इस पहल ने न केवल अंतिम छोर तक डिलीवरी और स्वास्थ्य जागरूकता को सक्षम बनाया है, बल्कि यह मॉडल महिला सशक्तिकरण का प्रतीक भी बन गया है। यह भारतीय शहरों में सैकड़ों महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मविश्वास प्रदान करता है।
याकुल्ट एक प्रोबायोटिक ड्रिंक है। इसमें 6.5 अरब से ज़्यादा फ़ायदेमंद बैक्टीरिया होते हैं, ख़ास तौर पर लैक्टोबैसिलस केसाई स्ट्रेन शिरोटा (शिरोटा स्ट्रेन) होता है। यह बैक्टीरिया पाचन में सुधार और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। जापान में शुरू हुआ यह ड्रिंक अब दुनिया भर के 40 देशों और क्षेत्रों में बेचा जाता है।
भारत में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लाइफस्टाइल में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में फंक्शनल फूड्स और प्रोबायोटिक्स प्रीवेंटिव वेलनेस, बेहतर इम्युनिटी और दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए एक स्वाभाविक विकल्प के रूप में उभर रहे हैं। 90 वर्षों की विरासत और सशक्त वैज्ञानिक रिसर्च के साथ याकुल्ट इस बदलाव का नेतृत्व करने और प्रोबायोटिक्स को भारतीय घरों में रोज़मर्रा की स्वास्थ्य दिनचर्या बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
याकुल्ट डैनोन इंडिया प्रा. लि. के बारे में
याकुल्ट डैनोन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत 2005 में जापान की याकुल्ट होंशा और फ्रांस की ग्रुप डैनोन ने मिलकर की थी। इसका मकसद भारत के लोगों की सेहत को प्रोबायोटिक्स के ज़रिए बेहतर बनाना है। आज याकुल्ट पूरे देश के 700 शहरों में उपलब्ध है और यह भारत का सबसे जाना-पहचाना प्रोबायोटिक ड्रिंक बन चुका है। इसकी ख़ास फॉर्मूला में लैक्टोबैसिलस केसाई स्ट्रेन शिरोटा शामिल है।