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गाजीपुर : जखनियां तहसील मुख्यालय पर सीपीएम और अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन का धरना-प्रदर्शन

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।

आज दिनांक।19/08/025को

जखनियां तहसील मुख्यालय पर सीपीएम और अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन का धरना-प्रदर्शन

जखनियां,गाजीपुर। जनता की मूलभूत समस्याओं और अधिकारों को लेकर मंगलवार को जखनियां तहसील मुख्यालय पर भाकपा (मार्क्सवादी) एवं अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन ने संयुक्त रूप से धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल हुए तथा वनवासी समाज व गरीब तबके के सवालों को प्रमुखता से उठाया गया।

धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि तहसील क्षेत्र के अंतर्गत वनवासी समाज के लोग आज भी सामाजिक-आर्थिक रूप से सबसे निचले पायदान पर जीवन यापन कर रहे हैं। उनकी आजीविका का बड़ा हिस्सा ईंट-भट्ठों पर मजदूरी पर निर्भर है। बावजूद इसके उन्हें मनरेगा मजदूरी, आवासीय पट्टा, अंत्योदय कार्ड, श्रम कार्ड, जॉब कार्ड, आयुष्मान कार्ड, बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया है।

जिला मंत्री विजय बहादुर सिंह ने आरोप लगाया कि पात्र गरीबों को अब तक आवासीय पट्टा उपलब्ध नहीं कराया गया है। कई गांवों – डोरा, बुढनपुर, औंढारी, जाहि, अगापुर आदि – के लोग अधिकारों से वंचित हैं। ग्राम सभा अलीपुर मदंरा में सैकड़ों बीघा जमीन पर मनमानी कर कुछ चुनिंदा परिवारों और रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाया गया, जबकि वास्तविक लाभार्थी वंचित रह गए।

वहीं यूनियन के नेता वीरेंद्र गौतम ने ग्राम पंचायतों में हो रहे खुले भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मनरेगा, आवास, शौचालय, सड़क, गौशाला, पंचायत भवन जैसे विकास कार्यों में जमकर लूट हो रही है और हकदार परिवार अब भी लाभ से कोसों दूर हैं। उन्होंने कहा कि थाने, तहसील और विकास भवन स्तर पर भी आमजन की सुनवाई नहीं हो रही है।

धरना स्थल पर डॉ. सीताराम यादव ने सरकार से मांग की कि शिक्षा और स्वास्थ्य का निजीकरण एवं बाजारीकरण बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और गरीब वर्ग के उत्पीड़न को रोकना जरूरी है। साथ ही युवाओं को रोजगार, पेंशन बहाली और मजदूरों पर बने काले कानूनों को समाप्त करने की मांग भी उठाई।

धरना-प्रदर्शन में मुख्य रूप से विजय बहादुर सिंह, डॉ. सीताराम यादव, मोहम्मद नसीरुद्दीन, सुनैना गिरी, वीरेंद्र गौतम, शीला, रमोट राम, बनारसी, उर्मिला, सुरेंद्र, धनवंती, संतोष कुमार, दुर्गावती चौहान, नजमा, रामावत, श्यामू राम, सुनील, गीता, अमेरिका, जितेंद्र सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष शामिल रहे।

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