लखनऊ-मलेरिया की रोकथाम को नगर निगम ने शुरू किया ड्रोन से एंटी लार्वा छिड़काव

लखनऊ-मलेरिया की रोकथाम को नगर निगम ने शुरू किया ड्रोन से एंटी लार्वा छिड़काव
डेंगू-मलेरिया की रोकथाम को नगर निगम ने शुरू किया ड्रोन से एंटी लार्वा छिड़कावमाई सिटी रिपोर्टरलखनऊ। बारिश के मौसम में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे संचारी रोगों के प्रसार की संभावना को देखते हुए नगर निगम ने संचारी रोग नियंत्रण की गतिविधियों को ड्रोन से एंटीलार्वा का छिड़काव शुरू कर दिया है। नगर आयुक्त गौरव कुमार के निर्देश पर शहर में विभिन्न स्तरों पर एंटी लार्वा छिड़काव और फॉगिंग की कार्यवाही की जा रही है।नगर आयुक्त ने कहा कि इस वर्ष भी गत वर्ष की भांति अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लेते हुए ड्रोन के माध्यम से एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। बृहस्पतिवार को जोन एक में बटलर पैलेस झील और जोन दो में मोती झील जैसे बड़े जल निकायों पर ड्रोन की मदद से दवा का छिड़काव किया गया। इस दौरान नगर निगम के जोन एक में अपर नगर आयुक्त ललित कुमार एवं जोन दो में अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त मौके पर मौजूद रहे और कार्य का निरीक्षण किया।
नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम की टीमें विशेष रूप से उन क्षेत्रों में निगरानी और छिड़काव का कार्य कर रही हैं जहां जलभराव के कारण मच्छरों के पनपने की संभावना अधिक है। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे स्थलों की पहचान कर तत्काल प्रभाव से वहां एंटी लार्वा दवा का छिड़काव सुनिश्चित किया जाए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी पी.के. श्रीवास्तव ने कहा सभी जोनल सेनेटरी ऑफिसर को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे स्थलों की पहचान करें जहां मैन्युअल छिड़काव संभव नहीं है और वहां ड्रोन के माध्यम से कार्रवाई सुनिश्चित कराए।
जागरूकता के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम और कूड़ा गाड़ियों का प्रयोगनगर निगम की विभिन्न स्क्रीन और पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से संचारी रोगों से बचाव संबंधी जागरूकता संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही कूड़ा कलेक्शन वाहनों पर भी इन संदेशों को प्रचारित किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग सतर्क हो सकें।
जन सहभागिता से ही रोकथाम संभवनगर निगम का यह प्रयास संचारी रोगों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। साथ ही, आम जनता से अपील की गई है कि वे अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने दें, कूलर आदि की नियमित सफाई करें और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें।