गोरखपुर में महिला डॉक्टर के पति का अपहरण एक करोड़ की फिरौती मांगी पुलिस को 12 घंटे में मिलीं सफलता

गोरखपुर में महिला डॉक्टर के पति का अपहरण एक करोड़ की फिरौती मांगी पुलिस को 12 घंटे में मिलीं सफलता
गोरखपुर. यूपी पुलिस ने कमाल कर दिखाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर में आज हुई एक किडनैपिंग ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया. मुख्यमंत्री के इलाके की वारदात होने के कारण मामला देखते ही देखते सुर्खियों में आ गया. यहां आज सुबह सेवानिवृत्त एयरफोर्सकर्मी और आयुष्मान हॉस्पिटल के संचालक अशोक जायसवाल अचानक लापता हो गए. उनका अस्पताल पादरी बाजार में है. वे रोज की तरह सुबह 5:30 बजे स्विमिंग के लिए रेलवे स्टेडियम गए थे, लेकिन सुबह नौ बजे तक घर नहीं लौटे. परेशान परिजनों ने खोजबीन शुरू की.
हाथ-पांव फूल गएइसी बीच करीब 10 बजे उनकी पत्नी डॉ. सुषमा जायसवाल के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से व्हाट्सऐप कॉल आई. दूसरी तरफ से बात करने वाले ने अशोक को किडनैप करने की बात कही और बतौर फिरौती एक करोड़ रुपये मांगें. अपहरणकर्ताओं ने कॉल पर अशोक से खुद भी बात कराई. ये मामला जैसे ही बाहर आया, आग की तरह फैल गया. अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. डॉ. सुषमा के पास जैसे ही फोन आया उन्होंने इसकी सूचना तुरंत शाहपुर थाना पुलिस को दी. आनन-फानन में मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे और झटपट मामले की पड़ताल शुरू क दी. सर्विलांस टीम की मदद से तलाशी शुरू हुई.
पूछ्ताछ की जा रही
इस बीच एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने कहा कि पहली नजर में मामला किसी लेन-देन या निजी विवाद से जुड़ा लग रहा है. लेकिन अपहरण की आशंका को देखते हुए सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी. शाम होते-होते पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक को खोज निकाला. कहा जा रहा है कि ये अपहरण पैसों के लेन-देन को लेकर हुआ था. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनकी पहचान करुणेश दुबे, श्याम सुन्दर और जनार्दन गौड़ के रूप में हुई है.
उनको हिरासत में लेकर पूछ्ताछ की जा रही है. घटना में इस्तेमाल कार भी बरामद कर ली गई है. एसपी सिटी ने बताया कि इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की छह टीमें गठित की गई थीं. 12 घंटे में ही हॉस्पिटल संचालक को सकुशल छुड़ा लिया गया है.