गाजीपुर : व्यक्ति के जीवन में गुरु कृपा का विशेष महत्व होता है ,गुरु ही परमात्मा से मिलन करा सकता है ….महामंडलेश्वर महंथ श्री भवानी नंदन यति महाराज जी

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।10/07/025को
व्यक्ति के जीवन में गुरु कृपा का विशेष महत्व होता है ,गुरु ही परमात्मा से मिलन करा सकता है ….महामंडलेश्वर महंथ श्री भवानी नंदन यति महाराज जी
जखनिया गाजीपुर । गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर क्षेत्र के सिद्ध पीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर महंथ श्री भवानी नंदन नीति महाराज ने अपने ब्रह्मलीन गुरु पवाहारी श्री बालकृष्ण यति महाराज के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण कर वैदिक विद्वानों के संग वैदिक मंत्र उच्चारण कर विधि बिधान से अर्चन पूजन के उपरांत सत्संग भवन में दूर दराज से पहुंचे हजारों की संख्या मे शिष्यों को कहा कि व्यक्ति के जीवन में गुरु कृपा का विशेष महत्व होता है। गुरु की पूजा करने का दिन आज का दिन बडा ही.सुयोग्य का दिन है ।सिद्ध पीठ में मां सभी भक्तों को खींच लाती हैं यह सिद्ध पीठ यहां के अनुआईयों का स्थल है। ईश्वर बताने की बात नहीं है अंधा भी जानता है कि ईश्वर कहां रहता है ,प्रकृति का फार्मूला है की जन्म हुआ है तो मरना होगा ।विज्ञान सब कुछ दे सकता है परंतु जीवन नहीं दे सकता ।जो भगवान को पूछते हैं कहां यह शरीर मे ही भगवान विराजमान है। भगवान मंदिर में नहीं बल्कि शरीर में ही मिलते हैं ,यह शरीर पचतत्व है ।भारत भूमि की विशेषता ही ज्ञान है ।लक्ष्य हमारी मंजिल है 84 लाख योनियों में सबका लक्ष्य एक ही लक्ष्य मोक्ष है । इसे पाने के लिए ज्ञान रूपी पदार्थ की आवश्यकता होती है। यह मटेरियल वह ज्ञान है जो ज्ञान नहीं होगा तो भगवान नहीं होगा , ज्ञान प्राप्ति के लिए गुरु के पास जाना होगा। ज्ञान पाने का सरल तरीका किसी भी कथा प्रवचन में जाएं तो शांत बैठे ,भगवान का संकीर्तन सुन भगवान रूपी मंजिल तय करने के लिए गुरु के चरण में बैठकर तप करना होगा। ज्ञानी , गुरु ,जीवात्मा और परमात्मा की मिलन का काम कराता है ।भगवान को पाने के लिए ब्राह्मण परिवार हो या शबरी परिवार सभी को एक ही मार्ग पर जाने से भगवान अवश्य मिलेंगे ।दुनिया में भगवान को कौन बताने वाला है ।श्रेष्ठ मुक्ति के लिए ईश्वर की प्राप्ति ही है कहां जिसने सर झुकाया तब हमने हाथ उठाया वह आशीर्वाद पाया। इन्होंने प्रसाद और अप्रसाद का व्याख्यान कर बताया कि प्रसाद प्रसन्नता का परिचायक है। सब गुरु पूर्णिमा पर ज्ञान की चर्चा करते हुए कहा कि आडंबर में ईश्वर नहीं मिलने वाले हैं। गुरु की शरण में जाने वाले व्यक्ति जीवन के सभी ऊंचाइयों तरक्कियों को प्राप्त कर सकते हैं। सिद्ध पीठ में मां के दरबार में मत्था टेकने वाले भक्त कभी खाली हाथ नहीं जाते ,गुरु के बताए रास्ते का अनुसरण करें जीवन धन्य होगा। कार्यक्रम में कन्या पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर रत्नाकर त्रिपाठी , आचार्य विनोद पांडे ,देवराहा बाबा बिरनो , डॉक्टर विजय नारायण राय, जितेंद्र सिंह वैभव ,भानु प्रताप सिंह, डॉक्टर सानंद सिंह ,शिवानंद सिंह , केडी सिंह ,रणजीत सिंह ,क्षेत्राधिकारी सुधाकर पांडे ,सहित काफी संख्या में लोग रहे ।दर्शन दीर्घा में दसों हजार की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस हांफती रही ।इसी क्रम में सिद्ध पीठ भुडकुडा. में आए शिष्यों ने गुरु पूजन कर अपने को धन्य हुआ l