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लखनऊ में भीषण गर्मी से जनता बेहाल, CMO बोले- घबराएं नहीं! दोपहर 12 से 3 तक बाहर ना निकले

लखनऊ में भीषण गर्मी से जनता बेहाल, CMO बोले- घबराएं नहीं! दोपहर 12 से 3 तक बाहर ना निकले

जिला संवाददाता
इंडिया नाउ 24

उत्तर प्रदेश में चुनावी मौसम होने के साथ ही तापमान बढ़ने से भीषण गर्मी पड़ रही है। प्रदेश के कई जिलों में लू चलने की खबरें आ रही हैं। वहीं गर्मी के कहर से बीमारियां भी बढ़ती जा रही हैं। डायरिया, दस्त, बुखार, जुखाम समेत अन्य बीमारियों से लोग ग्रसित हैं। मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल मौसम में कोई तब्दीली होने की संभावना नहीं है। आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ सकती है। इसको लेकर स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट मोड पर आ गया है।

लखनऊ स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव से बचाव के लिए सिविल डिफेंस के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि घबराएं नहीं थोड़ी सी सावधानी बरतकर हीट वेव से बच सकते हैं। दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक बेवजह घर से बाहर ना निकले। अगर निकले तो बदन को ढंक कर निकले और पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करे।

रेलवे, बस स्टैंड पर पानी की व्यवस्था करने के निर्देश

हीट वेव को लेकर लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्व बैठक की है। सोमवार को हुई बैठक में सीएमओ ने सिविल डिफेंस के पदाधिकारियों से कहा कि वह अपने-अपने वार्ड में लोगों को हीट वेव के लक्षणों और बचाव के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार करें। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित सभी सार्वजनिक स्थानों पर आम लोगों और जानवरों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। साथ ही लू से प्रभावित लोगों की पहचान कर उनकी मदद करने के लिए भी कहा है।

बेहोशी आने पर डॉक्टर की सलाह लें- सीएमओ

सीएमओ ने कहा कि नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से समन्वय स्थापित करें और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 108 एंबुलेंस से संपर्क कर मरीज को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की तैयारी कर लें। इन सभी तैयारियों को अलगे दो महीने तक जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। 20 मई को वोटिंग वाले दिन खास तौर पर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि कमजोरी आना, चक्कर आना, पसीना आना, सिर दर्द, और बेहोशी हीट वेव के लक्षण हैं। अगर बेहोशी आए या अन्य कोई समस्या महसूस करें तो जल्द ही डॉक्टर से सलाह लें। उन्होंने कहा कि दोपहर 12 से तीन के बीच बेवजह घर से बाहर न निकलें। अगर निकलना बहुत जरूरी है तो घर से बाहर निकलते समय सिर को गीले कपड़े या गमछे से ढकें। इस दौरान छाते का इस्तेमाल करें और पीने का पानी साथ रखें।

प्यास न लगने पर भी पानी पिएं

गर्मी को देखते हुए सीएमओ मनोज अग्रवाल ने कहा कि इस समय ऐसे हल्के रंग के कपड़े पहनें जो पसीना सोखते हो। इसके साथ ही खुले हवादार कमरे में रहे, कमरे के खिड़की और दरवाजे पर पर्दे डाले रहे। इसके अलावा खूब पानी पियें। अगर प्यास न लगी हो तो भी पिये। वहीं सीएमओ ने रसदार फल जैसे संतरा, तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी, छांछ, अन्नानास नारियल पानी, नींबू पानी, घर की बनी लस्सी और ओआरएस का घोल पीने के लिए भी कहा है। वहीं दिन के समय घर के निचले तल पर ही रहें। साथ ही जानवरों को छायादार स्थानों पर रखें। वहां उनके पानी पीने की पर्याप्त व्यवस्था हो।

बच्चे, गर्भवती महिला, बुजुर्ग और बीमार को ज्यादा बचाव की जरूरत

गर्मी के समय में छोटे बच्चे, गर्भवती, खुले स्थानों में काम करने वाले कामगार, बीमार व्यक्ति, बुजुर्ग और ऐसे लोग जो ठंडे स्थान से गरम स्थान की ओर जा रहे हैं। उन्हें गर्मी और लू के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं। इसलिए इन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की मानें तो घबराएं नहीं बल्कि थोड़ी सी सावधानी बरतकर हीट वेव से बच सकते हैं। वहीं इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा और घर का बना हुआ सुपाच्य भोजन करने के लिए कहा गया है। साथ ही इस समय अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें। चाय, कॉफी, कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक, एल्कोहॉल आदि का सेवन न करें। क्योंकि यह शरीर में निर्जलीकरण करते हैं। इसके अलावा जो लोग खुले स्थानों पर काम करते हैं, वें दोपहर में काम करने से बचें। गाढ़े रंग के तंग कपड़े न पहने और नंगे पैर घर से बाहर न निकलें।

शरबत, लस्सी, नीबू पानी, छाछ पिए

वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से आगामी त्योहारों, शादी पार्टियों और दूसरे निजी कार्यक्रमों के साथ ही सफर करते समय कई बातों पर ध्यान रखने के लिए कहा गया है। इस दौरान उचित मात्रा में पानी पीते रहें। सफर के दौरान पीने का पानी अपने साथ रखें। साथ ही ओआरएस और घर में बने जैसे शरबत, लस्सी, नीबू पानी, छाछ को पिएं। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो जाती है। इस मौसम में जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल और सब्जियों का प्रयोग करें। जैसे तरबूज, खरबूज, संतरा, अंगूर, अन्नास, खीरा, ककड़ी, सलाद पत्ता समेत कई फज व सब्जी है। इसके अलावा अगर आप खुले में काम करते है तो सिर, चेहरा और हाथ-पैर को गीले कपड़े से ढके रहे साथ ही छाते का इस्तेमाल करें। घर के बाहर शीतल स्थानों (पेड़ की छांव) पर ही रहे।

दिन के समय खिड़कियों और दरवाजों पर पर्दा डालकर रखें

इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से सूर्य की सीधी रोशनी और गर्म हवा को रोकने के लिए उचित प्रबंध करें। अपने घरों को ठण्डा रखें, दिन में खिड़कियां, पर्दे और दरवाजे बंद रखें। खासकर घर और कार्यालय के उन क्षेत्रों में जहां सूरज की सीधी रोशनी पड़ती हो। शाम, रात के समय घर और कमरों को ठण्डा करने करने के लिए इन्हें खोल दें। बासी भोजन व खुले में बिकने वाला गन्ने का रस, अन्य पदार्थों का रस, कटे फल, खुली तली-भुनी खाद्य वस्तुएं और प्लास्टिक पाउच में बिकने वाले पेयजल, खाद्य पदार्थों का प्रयोग न करें। किसी भी इमरजेंसी में अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क करें।

Himanshu Chaubey

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