लखनऊ सफाई व्यवस्था की पोल खुली, एलएसए पर 50 हजार का जुर्माना

लखनऊ सफाई व्यवस्था की पोल खुली, एलएसए पर 50 हजार का जुर्माना
नगर निगम द्वारा आउटसोर्स सफाई व्यवस्था की जांच में लखनऊ के वार्ड इंदिरा प्रियदर्शिनी में सफाई की स्थिति गंभीर पाई गई। निरीक्षण में मुख्य मार्गों पर सफाई का अभाव और नालियों में कूड़े का ढेर मिला। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि सफाई कर्मी कूड़ा उठाने के बजाय उसे नालियों में डाल देते हैं।
नगर निगम की ओर से आउटसोर्स सफाई व्यवस्था की जमीनी हकीकत एक बार फिर उजागर हो गई है। जोन-07 के अंतर्गत वार्ड इंदिरा प्रियदर्शिनी में मुख्य मार्गों की बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर लखनऊ स्वच्छता अभियान प्रा. लि. पर सख्त कार्रवाई की संस्तुति की गई है। 9 दिसंबर को सुबह 10 बजे रैट्रिज मैरिज लॉन से फरीदीनगर, चांदन सुंगामऊ होते हुए जरहरा गांव तक किए गए निरीक्षण में जगह-जगह गंभीर खामियां मिलीं। निरीक्षण के दौरान मुख्य मार्ग पर न तो कहीं झाड़ू लगी मिली और न ही नियमित रोड स्वीपिंग के कोई प्रमाण दिखे। सड़क किनारे स्थित नालियां कूड़े, मलबे और घास से पूरी तरह भरी पाई गईं, जिससे जल निकासी बाधित हो रही थी।
स्थानीय दुकानदारों और निवासियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि सफाई कर्मी कूड़ा उठाने के बजाय उसे नालियों में डाल देते हैं। इतना ही नहीं, कई स्थानों पर कूड़ा उठाने से बचने के लिए उसमें आग तक लगा दी जाती है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि बार-बार चेतावनी के बावजूद सुधार न होने पर एलएसए पर 50 हजार रुपये का अर्थदंड लगाए जाने की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट अग्रसारित कर दी गई है। जीपीएस फोटोग्राफी को साक्ष्य के रूप में संलग्न किया गया है।



