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मानस मार्केट रामलीला ग्राउंड पर अवैध कब्जे का बड़ा आरोप

मानस मार्केट रामलीला ग्राउंड पर अवैध कब्जे का बड़ा आरोप

फर्जी कमेटी, प्रशासनिक मिलीभगत और सांस्कृतिक कार्यक्रम रोकने की साजिश—मानवाधिकार एवं उपभोक्ता फोरम ने खोला मोर्चा

फतेहपुर ।मानवाधिकार एवं उपभोक्ता फोरम द्वारा हिंदू युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह राठौड़ को भेजी गई शिकायत ने फतेहपुर जिले के मानस मार्केट रामलीला ग्राउंड से जुड़े गंभीर मुद्दे को सुर्खियों में ला दिया है। रामलीला ग्राउंड पर अवैध कब्जे, फर्जी कमेटियों की सक्रियता और प्रशासनिक स्तर पर कथित मिलीभगत के आरोपों ने पूरे शहर में रोष पैदा कर दिया है।शिकायत में कहा गया है कि 31 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाले ‘

आओ फिर से दिया जलाएं’ कार्यक्रम —जो कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्य स्मृति और नववर्ष स्वागत के लिए प्रतिवर्ष आयोजित होता है—को बाधित करने की सुनियोजित साजिश रची जा रही है। यह कार्यक्रम पिछले कई वर्षों से रामलीला मैदान में होता आया है।आरोप यह है कि जिस मैदान को धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए आरक्षित किया गया था, उसे कुछ व्यक्तियों ने कथित तौर पर अवैध रूप से किराए पर देकर व्यावसायिक प्रदर्शनी लगा दी। यह न सिर्फ धार्मिक मर्यादा का अपमान है, बल्कि सार्वजनिक भूमि पर खुलेआम निजी धंधे का उदाहरण बताया जा रहा है।

शिकायत में आगे कहा गया है कि— रामलीला मैदान में अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित किया जा रहा है।

कई अवैध निर्माण कर लिए गए हैं।फर्जी किराया वसूली की जा रही है।और इन सब पर प्रशासन की चुप्पी सवाल खड़े करती है।

फोरम का कहना है कि शिकायतें कई बार दी गईं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई, जो कथित मिलीभगत की ओर इशारा करती है।

फोरम ने कड़ा रुख अपनाते हुए मांग की है कि—मैदान को 20 दिसंबर 2025 से पहले पूरी तरह खाली कराया जाए।अवैध कब्जेदारों, फर्जी कमेटी और प्रदर्शनी संचालकों पर कठोर कार्रवाई की जाए।सांस्कृतिक कार्यक्रम में बाधा डालने वाले किसी भी व्यक्ति या अधिकारी को जवाबदेह ठहराया जाए।

शिकायत में स्पष्ट कहा गया है कि धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और सार्वजनिक स्थल किसी भी भ्रष्ट गठजोड़ या अवैध कमाई के लिए बंधक नहीं होने दिए जाएंगे।फोरम ने उम्मीद जताई है कि मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आते ही रामलीला मैदान को अवैध कब्जों से मुक्त कराने और निर्धारित कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाएगी।फतेहपुर में यह मुद्दा अब बड़ा जन-विषय बन गया है और लोग प्रशासन के अगले कदम पर निगाह लगाए हुए हैं।

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