*दहशतगर्दों की खैर नहीं, लखनऊ की गली में घूम रही पुलिस, चप्पे-चप्पे पर छापा, डॉक्टर के घर में ताला तोड़कर घुसी

- *दहशतगर्दों की खैर नहीं, लखनऊ की गली में घूम रही पुलिस, चप्पे-चप्पे पर छापा, डॉक्टर के घर में ताला तोड़कर घुसी*
दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट के बाद राजधानी लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में बड़ी दबिश दी जा रही है. लखनऊ के मड़ियांव के आईआईएम रोड पर छापेमारी चल रही है. इस दौरान एटीएस कश्मीर की पुलिस के साथ लखनऊ पुलिस भी मौजूद है. इसके अलावा मुतक्कीपुर इलाके में भी दबिश चल रही है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सतर्कता बढ़ा दी गई है. डीसीपी वेस्ट विश्वजीत श्रीवास्तव की अगुवाई में चारबाग रेलवे स्टेशन के आसपास और मेट्रो स्टेशन पर सघन चेकिंग की जा रही है. वहीं बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड के साथ एंटी सबोटाज चेकिंग भी चल रही है. इसके अलावा राजधानी लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में बड़ी दबिश दी जा रही है. लखनऊ के मड़ियांव के आईआईएम रोड पर छापेमारी चल रही है. इस दौरान एटीएस कश्मीर की पुलिस के साथ लखनऊ पुलिस भी मौजूद है. इसके अलावा मुतक्कीपुर इलाके में भी दबिश चल रही है.मंडियाव के मुतक्कीपुर इलाके में जम्मू कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की छापेमारी की गई है. डॉक्टर परवेज अंसारी के घर पर छापेमारी हुई है. डॉक्टर आदिल, डॉक्टर शाहीन से डॉक्टर परवेज अंसारी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. बंद घर में ताला तोड़कर टीम दाखिल हुई थी. मौके पर डॉक्टर परवेज अंसारी के घर का कोई सदस्य मौजूद नहीं था. दिल्ली के लाल किला में सोमवार देर शाम कार में हुए ब्लास्ट के बाद यूपी में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है. यूपी एटीएस और एसटीएफ समेत दूसरी सुरक्षा एजेंसियां जहां एक्टिव मोड में आ गई हैं. वहीं यूपी के प्रमुख महानगरों और धार्मिक शहरों की भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.बता दें कि दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट में उत्तर प्रदेश के रहने वाले पांच लोगों की मौत हुई है. अमरोहा जिले के निवासी और दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) में कंडक्टर के रूप में कार्यरत 34 वर्षीय अशोक कुमार उन 12 लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने सोमवार शाम नई दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक ट्रैफिक सिग्नल पर धीमी गति से चल रही कार में हुए उच्च तीव्रता वाले विस्फोट में अपनी जान गंवा दी. पुलिस के अनुसार, हसनपुर (अमरोहा) क्षेत्र के मगरौला निवासी अशोक कुमार अपने परिवार के साथ नई दिल्ली के जगतपुरी में किराए के मकान में रहते थे. वह डीटीसी में कंडक्टर के रूप में कार्यरत थे और हादसे के समय ड्यूटी से लौट रहे थे.


