स्वच्छता हुई शर्मसार: गाजीपुर के जलालाबाद में गुस्साए ग्रामीणों ने जाम की नालियां, फसलों में घुसा प्रदूषित पानी

स्वच्छता हुई शर्मसार: गाजीपुर के जलालाबाद में गुस्साए ग्रामीणों ने जाम की नालियां, फसलों में घुसा प्रदूषित पानी!
दुल्लहपुर, गाज़ीपुर।
जखनिया विकासखंड के जलालाबाद गांव से आई तस्वीरों ने सरकार के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के दावों की पोल खोल दी है। जिस अभियान को जन-आंदोलन का रूप देने का सपना देखा गया था, वही अब सरकारी लापरवाही की भेंट चढ़ता नज़र आ रहा है। गांव की गलियों में सड़ांध, जलजमाव और किसानों के खेतों में बहता गंदा पानी—यह नज़ारा स्वच्छता की असलियत बयान कर रहा है।
नींद टूटी, सब्र टूटा — सड़क पर उतरे आक्रोशित ग्रामीण
बुधवार की सुबह ग्रामीणों का गुस्सा तब फूटा जब उन्होंने देखा कि गांव की मुख्य सड़कों पर नालियों का गंदा पानी उफनता हुआ फैल गया है। जल निकासी की समस्या वर्षों से बनी हुई है, लेकिन प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। नाराज़ ग्रामीणों ने नालियों को मिट्टी और ईंटों से भरकर जाम कर दिया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना था कि जब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं होगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों पर दोहरी मार — खेतों में घुसा गंदा पानी, बर्बाद हुई मेहनत
नालियों के जाम होते ही सारा दूषित पानी खेतों की ओर बह गया। यह प्रदूषित पानी अब महेंद्र मौर्य, नर्वेश्वर सिंह, अंगद मौर्य, बालचंद मौर्य, फूलचंद मौर्य, रामवृक्ष और दिनेश मौर्य सहित दर्जनों किसानों की तैयार फसलों और सब्जियों में घुस गया है। इससे किसानों की मेहनत, लागत और उम्मीदें—सब कुछ मिट्टी में मिल गईं। ग्रामीणों का कहना है कि यह सिर्फ सफाई की नहीं, बल्कि “किसानों की आजीविका से खिलवाड़” की समस्या है।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि का गंभीर आरोप
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हरिशंकर चौहान ने बताया कि जलालाबाद समेत 40 गांवों पर सिर्फ 5 सफाईकर्मी तैनात हैं। “15-15 दिन में एक बार सफाई होती है, जिससे स्थिति दिन-ब-दिन भयावह होती जा रही है,” उन्होंने कहा।
वार्ड मेंबर अनिल कुमार वर्मा, इंद्रमणि सिंह कुशवाहा, संजय मौर्य, योगेश राम, महेंद्र मौर्य, बच्चा सेठ समेत कई ग्रामीण इस मौके पर मौजूद रहे।
प्रशासन का दावा — जल्द चलेगा विशेष स्वच्छता अभियान
डीपीआरओ रमेश चंद्र उपाध्याय ने बताया कि स्थिति को देखते हुए ब्लॉक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि टीम बनाकर गांव में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द समस्या का समाधान किया जाएगा।
भाजपा जिला मंत्री ने उठाई आवाज़
गाजीपुर के भाजपा जिला मंत्री मुनी वर्मा ने गांव की स्थिति पर चिंता जताते हुए ब्लॉक प्रशासन से फोन पर बात की और एक ऑनलाइन पत्रक भेजकर त्वरित कार्यवाही की मांग की। उन्होंने कहा, “गांव में न दवा का छिड़काव होता है, न ही स्वच्छता अभियान का कोई असर दिखता है। मच्छरों का प्रकोप और गंदा पानी ग्रामीणों के लिए बीमारी का घर बन चुका है।”
इस दौरान कतवारू मौर्य, टुनटुन वर्मा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
जलालाबाद की यह घटना न केवल स्वच्छता मिशन की स्थिति पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जब प्रशासन सोता है, तो जनता को सड़क पर उतरना पड़ता है।


