आजमगढ़ बरहतीर में डाला छठ के महापर्व पर नमो घाट पर उमड़ी भीड़

आजमगढ़ बरहतीर में डाला छठ के महापर्व पर नमो घाट पर उमड़ी भीड
संवाददाता संतोष पांडे ब्यूरो की खास रिपोर्ट

आजमगढ़ जहानागंज नगर पंचायत बरहतीर के नमो घाट पर डाला छठ के पर्व पर सूर्य उपासना करने वाली व्रती आज प्रातः समय से ही जल में खड़ा होकर उपासना करते हुए छठ पर्व की अंतिम दिन ऐसे दिया गया उगते सूर्य को अर्घ आज छठ पूजा का आखिरी दिन था आज के दिन उगते सूर्य को अर्घ देकर पूजा का समापन किया गया छठ पूजा के महत्व और उसके पीछे की कथा के बारे में जानेंगे की छठ के आखिरी दिन उगते सूर्य कोअर्घ देने का सही नियम चार दिनों तक मनाया जाने वाला छठ पर्व भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित है इस पूजा का चौथा और आखिरी दिन विशेष उर्षा अर्घ्य रूप में जाना जाता है छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय से होती है जिसमें व्रतधारी स्वच्छता और शुद्धता का पालन करते हुए सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं दूसरे दिन खरना मनाया जाता है तीसरे दिन संध्या अर्घ्य होता है इसमें सूर्यास्त के समय जो है नमो घाट पर जलाशय के किनारे जाकर सूर्य देव को अर्घ दिया गया बरहतीर के प्राचीन शिव मंदिर के पास नमो घाट पर शिव मंदिर के संयोजक संजय राय जी ने बताया कि इससे अच्छी व्यवस्था अगले वर्ष नमो घाट पर दी जाएगी शिव भक्त और शिव मंदिर के मुख्य पुजारी हरेंद्र गोस्वामी और सुनील राय जी ने बताया एक हफ्ते से साफ सफाई नमो घाट पर विशेष अभियान चला करके चारों तरफ से उजाले की व्यवस्था की गई थी l



