अखिलेश यादव बोले: भाजपा को बिहार में जेपी के नाम पर वोट मांगने का हक नहीं, चुनाव प्रचार करने पर दिया जवाब

अखिलेश यादव बोले: भाजपा को बिहार में जेपी के नाम पर वोट मांगने का हक नहीं, चुनाव प्रचार करने पर दिया जवाब
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साफ किया है कि यदि कांग्रेस और राजद चुनाव प्रचार के लिए उनको बिहार बुलाती है तो वह जरूर वहां जाएंगे।
सपा ने पूरे प्रदेश में लोक नायक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश कार्यालय पर जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल केंद्र (जेपीएनआईसी) सोशलिस्ट म्यूजियम बनाया। भाजपा सरकार ने इसकी दुर्दशा कर दी। अब भाजपा बिहार में जेपी के नाम पर किस मुंह से वोट मांगेगी।सपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादियों ने संकल्प लिया है कि भाजपा सरकार चाहे जितना छिपाए और पुलिस लगाकर चाहे जितना रोके, हम लोग जेपीएनआईसी नहीं बिकने देंगे। समाजवादी सरकार में इस म्यूजियम को और अच्छा बनाएंगे। जेपी ने सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन लाने और समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए अपना पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया।
उन्होंने कहा कि हम लोग जेपी की तरह जनता को जगाकर इस तानाशाही और अत्याचारी सरकार को हटा देंगे। उनका संपूर्ण क्रांति का नारा आज भी प्रासंगिक है। महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। हाल ही में रायबरेली में वाल्मीकि समाज के नौजवान के साथ जो घटना हुई, वैसी घटनाएं उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही है। भाजपा सरकार कानून के हिसाब से नहीं चल रही है। न्यायालय को नहीं मान रही है। जब मुख्यमंत्री की सोच ही बुलडोजर जैसी होगी तो जनता को न्याय कैसे मिलेगा।
जाति के आधार पर हो रहा भेदभावअखिलेश यादव ने कहा कि जाति के आधार पर भेदभाव के चलते हरियाणा में आईपीएस अधिकारी ने आत्महत्या कर ली और जाति के आधार पर मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंका जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग पीडीए से घबराए हुए हैं। भाजपा जातीय समीकरण को अपनी सोशल इंजीनियरिंग कहती है। जब उसी से हारने लगती है तो हाईकोर्ट भागते हैं।
बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे अखिलेशअखिलेश यादव ने कहा कि बिहार चुनाव में जहां-जहां बुलाया जाएगा हम प्रचार के लिए जाएंगे। तालिबान को लेकर एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि मामला विदेश नीति का है। हमारे विदेश मंत्री तालिबान के विदेश मंत्री का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन लेकिन यहां मुख्यमंत्री तालिबान के बारे में क्या कहते हैं।



