सीएम ने प्रधानों को लिखा पत्र…विकसित यूपी पर हर घर से लें सुझाव

सीएम ने प्रधानों को लिखा पत्र…विकसित यूपी पर हर घर से लें सुझाव
विकसित यूपी 2047 को सफल बनाने के लिए की अपीलग्राम प्रधानों से जूम एप पर भी सीएम ने किया संवादगोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर ‘विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ अभियान को जन-आंदोलन का स्वरूप देने का आह्वान किया है। उन्होंने प्रधानों से अपील की है कि वे प्रत्येक घर से कम से कम एक सुझाव अवश्य लें ताकि प्रदेश की विकास यात्रा में जनसहभागिता सुनिश्चित हो सके। सीएम ने इसके लिए ग्राम प्रधानों से शुक्रवार को जूम एप के माध्यम से भी संवाद किया।मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि पिछले साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने बीमारू राज्य की छवि मिटाकर ‘नए भारत के ग्रोथ इंजन’ के रूप में पहचान बनाई है। भारत स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है और यूपी ने विकसित भारत का अग्रदूत बनने का लक्ष्य तय किया है। सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश 2029-30 तक वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में दृढ़तापूर्वक अग्रसर है। इसी कड़ी में विकसित यूपी 2047 महाअभियान की शुरुआत की गई है, जो केवल विकास योजना नहीं बल्कि 25 करोड़ जनता की आकांक्षाओं और संकल्प का प्रतीक है।
इस विजन डॉक्यूमेंट के लिए 12 प्रमुख सेक्टर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, डेयरी, औद्योगिक विकास, आधारभूत संरचना, आईटी, पर्यटन-संस्कृति, नगर-ग्राम विकास, समाज व महिला कल्याण, पर्यावरण तथा सुशासन चिह्नित किए गए हैं। इनके लिए अल्पकालिक, मध्यमकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्य तय किए जाएंगे।
सीएम ने कहा कि लोकतंत्र की प्रथम पंक्ति के प्रतिनिधि होने के नाते ग्राम प्रधान इस अभियान के शिल्पकार हैं। सुझाव आमंत्रण अभियान के तहत नागरिक क्यूआर कोड या पोर्टल के माध्यम से अपने विचार साझा कर सकते हैं। विशेषज्ञ टीमें गांवों, नगर निकायों और शैक्षणिक संस्थानों तक जाकर लोगों को प्रेरित करेंगी। मुख्यमंत्री ने इसे आने वाली पीढ़ियों के स्वर्णिम भविष्य की नींव बताते हुए आह्वान किया कि सभी जनप्रतिनिधि इस संदेश को वार्डवार और मोहल्ले तक पहुंचाएं। यही प्रयास रामराज्य की परिकल्पना को साकार करेगा।

