गोरखपुर : युवा जनकल्याण समिति ने हिंदी भाषा के सम्मान मे रखी गोष्ठी, भाषा कि उपयोगिता पर हुयी चर्चा

युवा जनकल्याण समिति ने हिंदी भाषा के सम्मान मे रखी गोष्ठी, भाषा कि उपयोगिता पर हुयी चर्चा
भारतीय संस्कृति व संस्कारों की पहचान है हिंदी भाषा : डॉ. कुलदीप पाण्डेय
गोरखपुर!
हिन्दी दिवस के अवसर पर युवा जन कल्याण समिति द्वारा गोरखपुर महानगर के एक निजी शिक्षण संस्थान मे हिन्दी भाषा के बढ़ावा व युवाओं, छात्रों मे चेतना जागृत करने हेतु गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
संस्थापक पं. बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य के आदेशानुसार संस्था प्रमुख व अध्यक्ष समाजसेवी डॉ. कुलदीप पाण्डेय की अध्यक्षता मे कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। गोष्ठी के दौरान देश की राजभाषा हिन्दी को विश्व पटल के उच्च स्थान पर स्थापित करने तथा भाषा को जन जन द्वारा बोलने व लिखने मे प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया। डॉ. कुलदीप पाण्डेय कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज ही के दिन यानी 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकृति दी थी,तब से ही भारत में प्रत्येक 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी भाषा जितनी सरल मधुर और सहज है उतनी ही यह हमें हमारी संस्कृति और विरासत से जोड़ती है। हिन्दी भाषा भारत की सामाजिक संस्कृति को अभिव्यक्त करती है और राष्ट्र की एकता व अखण्डता बनाए रखने में मदद करती है। हिन्दी भारत की मूल भाषा है और हमारी संस्कृति और संस्कारों की पहचान है। हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिलना चाहिए जिससे हमारे भारतवासियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान सम्मान का गौरव प्राप्त होगा। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक प्रकोष्ठ के गोरखपुर जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र कुमार द्वारा किया गया। इस दौरान उपस्थित अथिति गणमान्य मे श्री परमेश्वर पाण्डेय व दिनेश तिवारी ने भी बच्चों को हिन्दी की अपने समाज व दैनिक जीवन मे उपयोगिता के बारे मे बताया तथा सदैव मातृभाषा से जुड़े रहकर अपने कामयाबी को प्राप्त करने की सीख दिये। कार्यक्रम मे मुख्य रूप से रविंद्र प्रजापति,धीरज चौधरी,सोनू कुमार,विनय मिश्र,जगमोहन शर्मा,बनवारी लाल, दिनेश कुमार, रामू चौबे,जयराम पाल, लखन,शन्नी आदि के साथ ही सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।