आरके हॉस्पिटल में दबंगई: डॉक्टरों पर हमला, जातिसूचक गालियाँ, ₹2 लाख की जबरन वसूली – प्रशासन खामोश

आरके हॉस्पिटल में दबंगई: डॉक्टरों पर हमला, जातिसूचक गालियाँ, ₹2 लाख की जबरन वसूली – प्रशासन खामोश
फतेहपुर ।जनपद फतेहपुर में दबंगई और प्रशासनिक लापरवाही का खौफनाक उदाहरण सामने आया है। मामला आरके हॉस्पिटल का है, जहाँ 1 अगस्त 2025 की सुबह करीब 11 बजे मृतका राधा देवी (जिनकी मौत जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी) के परिजनों के साथ दर्जनों दबंग पहुँचे और अस्पताल में तांडव मचा दिया।
सूत्रों के अनुसार, पीयूष तिवारी, विपिन द्विवेदी, सोनू उर्फ़ गोलू दलाल, मृतका के पति कमलेश सहित 10–15 अज्ञात लोग अस्पताल पहुँचे। वहां मौजूद रवि नरेश (जिनका हाल ही में कैंसर का ऑपरेशन हुआ था) को बुरी तरह मारा-पीटा और माँ-बहन की गालियाँ दीं। हालत बिगड़ने पर उन्हें उसी दिन इलाज के लिए लखनऊ जाना पड़ा।
यही नहीं, डॉ. रवि आनंद को भी दबंगों ने धक्का दिया और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए हत्या व पैसों की लूट का आरोप लगाकर जान से मारने की धमकी दी। गोलू दलाल ने सार्वजनिक रूप से गालियाँ देते हुए डॉक्टरों की डाक्टरी खत्म करने तक की धमकी दी। इसके बाद उत्तेजित भीड़ अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ करने लगी और कैश काउंटर से ₹2 लाख जबरन निकाल लिए। गवाहों के अनुसार, यह रकम मौके पर ही पीयूष तिवारी और मृतका के पति कमलेश ने आपस में बाँट ली।
जातिसूचक गालियाँ और समाजिक अपमान
डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ हुई इस मारपीट में जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया, जिससे यह साफ है कि दबंग केवल गाली-गलौज और वसूली तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि समाजिक अपमान का भी अपराध खुलेआम किया गया।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल
इतनी बड़ी घटना के बावजूद प्रशासन की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि दबंगों ने पुलिस को भी धमकाया और डॉक्टरों के परिवार को उठाने की चेतावनी दी, जिससे पूरा परिवार भयभीत है।
एफआईआर दर्ज, मगर न्याय कब?
इस मामले में थाना कोतवाली में एफआईआर संख्या 0366/2025 दर्ज की गई है। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की कई धाराएँ तथा एससी/एसटी एक्ट की गंभीर धाराएँ लगाई गई हैं। बावजूद इसके, अब तक दबंग खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़ित डॉक्टर व स्टाफ भय के साए में जी रहे हैं।
जनता के सवाल
आखिर कानून-व्यवस्था पर प्रशासन की पकड़ इतनी ढीली क्यों है?
डॉक्टरों और अस्पतालों की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?
क्या दबंगों की दबंगई के आगे प्रशासन घुटने टेक चुका है?
न्याय की माँग
समाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई दबंग अस्पतालों में इस तरह का तांडव न मचा सके। साथ ही पीड़ित डॉक्टर और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।
Balram Singh
India Now24