सौ वर्षों के इतिहास में लखनऊ विश्वविद्यालय को मिली पहली महिला कुलसचिव

सौ वर्षों के इतिहास में लखनऊ विश्वविद्यालय को मिली पहली महिला कुलसचिव
लखनऊ। सदी से भी पुराने लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक इतिहास में शनिवार को एक ऐतिहासिक मोड़ आया, जब पहली बार किसी महिला ने कुलसचिव का कार्यभार संभाला। डॉ. भावना मिश्रा ने 54वीं कुलसचिव के रूप में पदभार ग्रहण कर विश्वविद्यालय के सौ वर्ष से अधिक पुराने इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया।1921 में शैक्षणिक गतिविधियों की शुरुआत करने वाले लविवि में अब तक 53 कुलसचिवों की नियुक्ति हुई, लेकिन कभी कोई महिला इस पद पर नहीं पहुंच सकी। यह प्रतीक्षा तब पूरी हुई जब राज्य सरकार ने ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक रहीं डॉ. भावना मिश्रा को लविवि कुलसचिव के पद पर नियुक्त किया।
शनिवार को उन्होंने कुलपति प्रो. आलोक राय की मौजूदगी में प्रभारी कुलसचिव विद्यानंद त्रिपाठी से कार्यभार ग्रहण किया। पदभार संभालते ही विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें बधाइयां दीं।
डॉ. मिश्रा पहले भी लविवि में सहायक कुलसचिव और उपकुलसचिव जैसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्य कर चुकी हैं। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी से विश्वविद्यालय प्रशासन का संचालन करूंगी और शासन के निर्देशों का समयबद्ध पालन सुनिश्चित करूंगी। बता दें कि लविवि में कुलसचिव का पद करीब एक वर्ष से रिक्त था। परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी प्रभारी कुलसचिव के रूप में कार्यभार देख रहे थे।