सावधान… एक अगस्त से नो पार्किंग में गाड़ी आपकी जेब पर पड़ेगी भारी, वसूला जाएगा जुर्माना

सावधान… एक अगस्त से नो पार्किंग में गाड़ी आपकी जेब पर पड़ेगी भारी, वसूला जाएगा जुर्माना
लखनऊ नगर निगम एक बार फिर नो पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को उठाएगा और जुर्माना वसूलेगा। जुर्माने की आधी रकम नगर निगम तो आधी ठेकेदार रखेगा।
करीब तीन साल बाद नगर निगम नो पार्किंग से गाड़ियां उठाने का काम करेगा। इसके लिए ठेका हो गया है। एक अगस्त से अभियान शुरू होगा। नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने वालों से जुर्माना वसूला जाएगा। जुर्माने की दरें भी तय की गई हैं। इस बार दो पहिया वाहनों के लिए जुर्माना कम किया गया है, जबकि तीन पहिया और भारी वाहनों के लिए जुर्माने की राशि तय की गई है।पहले दो पहिया वाहनों के लिए 500 रुपये जुर्माना था, जिसे अब 300 रुपये किया गया है। पहली बार तीन पहिया और भारी वाहनों से भी जुर्माना वसूल किया जाएगा। जो जुर्माना वसूला होगा उसमें 50 प्रतिशत पैसा ठेकेदार लेगा और 50 प्रतिशत नगर निगम। ठेकेदार अपनी क्रेन लाएगा और उसके संचालन पर आने वाला खर्च भी उठाएगा।
अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह का कहना है कि 66 नो पार्किंग से गाड़ी उठाने का काम एक अगस्त से शुरू होगा। ठेकेदार फर्म का चयन हो गया है। उसको कार्यदिश जारी किया जा रहा है। लोगों से अपील है कि वह निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही अपने वाहन खड़ा करें।जानिए, किस वाहन के लिए है कितना जुर्मानाभारी वाहन
2000 रुपये
चार पहिया
1500 रुपये
तीन पहिया
500 रुपये
दो पहिया
300 रुपये (स्त्रोत : नगर निगम)
जुर्माने से बचना है तो यहां खड़ी करें अपनी गाड़ी- लालबाग झंडी पार्क भूमिगत पार्किंग- लालबाग दयानिधान पार्क भूमिगत पार्किंग- हजरतगंज मल्टीलेवल पार्किंग- अमीनावाद भूमिगत पार्किंग- आलमबाग चंदर नगर भूमिगत पार्किंग- भूतनाथ भूमिगत पार्किंग- नादान महल रोड भूमिगत पार्किंग- सरोजनी नायडू पार्क भूमिगत पार्किंग- ज्योतिबाफुले मल्टीलेवल पार्किंग चौक- गोल मार्केट महानगर चंद्रशेखर आजाद पार्क पार्किंग
अभियान के दौरान होंगी ये चुनौतियां
– अमीनाबाद जैसे बाजारों में हर दिन हजारों गाड़ियां आती हैं। यहां एक ही भूमिगत पार्किंग है, जो वाहनों के दबाव के सामने नाकाफी है। ज्यादातर गाड़ियां सड़क पर खड़ी होती हैं। यहां पर विकल्पहीनता के कारण गाड़ियों को उठाने का अभियान मुश्किलें खड़ी कर सकता है।- कैपिटल तिराहे के पास सड़क पर डिवाइडर के दोनों ओर रसूखदार नेताओं की गाड़ियां खड़ी रहती हैं, इनको हटाना भी आसान नहीं होगा।- कपूरथला चौराहा के पास कोई पार्किंग नहीं। यहां रोजाना सैकड़ों गाड़ियां आती हैं और सड़क पर ही खड़ी होती हैं। पहले भी यहां कई बार वाहनों को हटाने को लेकर व्यापारियों से विवाद हो चुका है।- गोमती नगर में पत्रकारपुरम, विभूति खंड सहित अन्य प्रमुख इलाकों में कोई सरकारी पार्किंग नहीं है। यहां भी गाड़ियों को उठाने पर विवाद होता रहा है।- लालबाग में नगर निगम मुख्यालय से लेकर हजरतगंज कोतवाली तक कई होटल और कार सजावट वाली दुकानें हैं। यहां दिन भर सड़क पर ही गाड़ियां खड़ी होती हैं।-
जिलाधिकारी कार्यालय, स्वास्थ्य भवन, मंडलायुक्त कार्यालय और परिवहन मुख्यालय के बाहर सड़क पर दोनों ओर सुबह से शाम तक गाड़ियां खड़ी रहती हैं। इनको भी हटाना आसान नहीं होगा।- राजा नवाब अली रोड और कचहरी रोड पर सड़क के दोनों और गाड़ियां खड़ी रहती हैं जिससे जाम भी लगता है। यहां पर भी कार्रवाई आसान नहीं होगी।- शहर के सबसे प्रमुख बाजार हजरतगंज में ज्यादातर गाड़ियां सड़क पर खड़ी होती हैं, जबकि यहां पर पार्किंग भी है। इसके बाद भी नेता, असफर अपनी गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी करते हैं।