लूटा उपाध्यक्ष ने लगाया पूर्व र्वीसी पर भ्रष्टाचार का आरोप

लूटा उपाध्यक्ष ने लगाया पूर्व र्वीसी पर भ्रष्टाचार का आरोप
अध्यक्ष ने पत्र का किया विरोध
लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी व आईआईएम कलकत्ता के निदेशक *प्रो. आलोक राय* पर विवि के ही शिक्षक ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
एलयू टीचर्स असोसिएशन के उपाध्यक्ष *अरशद जाफरी* की ओर से मुख्यमंत्री योगी *आदित्यनाथ* को पत्र लिखा गया है।
इसमें उन्होंने पूर्व वीसी आलोक राय पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसमें गलत प्रमोशन और वित्तीय अनियमित्ता जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
डॉ. जाफरी की ओर से मुख्यमंत्री से प्रो. राय के पूरे कार्यकाल की जांच की मांग की गई है।
उन्होंने हाल में राज्यपाल को भी पत्र लिखा था जिसमें वीसी की नियुक्ति में 10 साल की प्रफेसरशिप के नियम का पालन करने का भी अनुरोध किया गया था।
डॉ. जाफरी की ओर से लिखे गए पत्र में आरोप है कि विवि का कबाड़ मूल कीमत से 75 फीसदी कम में बेचा गया है।
वहीं बीएड प्रवेश परीक्षा में पिछले तीन चार सालों में तीन गुना ज्यादा खर्च किया गया था।
सरकारी खर्च पर विदेश यात्राएं और लॉकडाउन में परीक्षा न होने के बाद भी परीक्षा का करोड़ों का भुगतान किया गया, जो एक बड़ा भ्रष्टाचार है।
पत्र में नियुक्तियां और शिक्षकों के प्रमोशन में भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है।
मामले में पूर्व वीसी आलोक राय को उनका पक्ष जानने के लिए कॉल और मैसेज किया गया, लेकिन न कॉल उठी न मैसेज आया।
अध्यक्ष ने पत्र का किया विरोध
लूटा अध्यक्ष ने इस पत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अध्यक्ष अनित्य गौरव और महामंत्री राम मिलन की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है कि लूटा के लेटर पैड का प्रयोग सिर्फ अध्यक्ष महामंत्री कर सकते हैं।
अन्य की ओर से किया गया उपयोग अनाधिकृत है, इसलिए इसका संज्ञान न लिया जाए।
हालांकि पत्र में डॉ. जाफरी या उनकी ओर से लगाए गए अरोपों का खंडन नहीं किया गया है।लेकिन इससे लूटा में अब दो फाड़ साफ नजर आ रही है।



