लखनऊ 332 पदों पर आवेदन के बाद भी केजीएमयू में भर्ती प्रक्रिया ठप, टेक्नीशियन से कराई जा रही बाबूगिरी

लखनऊ 332 पदों पर आवेदन के बाद भी केजीएमयू में भर्ती प्रक्रिया ठप, टेक्नीशियन से कराई जा रही बाबूगिरी
केजीएमयू में गैर-शैक्षणिक 332 पदों की भर्ती प्रक्रिया आवेदन के बाद भी लंबित है। मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच कर्मचारियों की भारी कमी है। स्थिति यह है कि टेक्नीशियन से ऑफिस का काम कराया जा रहा है।
राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में गैर-शैक्षणिक पदों के लिए शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ने का नाम नहीं ले रही है। संस्थान में 332 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया समाप्त हुए कई महीने बीत चुके हैं। इसके बाद से प्रक्रिया अटकी हुई है।
केजीएमयू की ओपीडी में रोजाना सात से आठ हजार मरीज आ रहे हैं। साथ ही करीब साढ़े चार हजार बेड पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। ऐसे में इन मरीजों की विभिन्न प्रकार की जांच होती हैं।
कर्मचारियों की कमी को देखते हुए संस्थान ने 17 प्रकार के पदों पर कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अभ्यर्थी परेशान हैं। उन्हें कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। वहीं कर्मियों की कमी की वजह से मरीजों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
टेक्नीशियन कर रहे बाबूगिरी
संस्थान में एक तरफ टेक्नीशियनों की कमी है। दूसरी ओर यहां काफी टेक्नीशियनों से बाबूगिरी भी कराई जा रही है। इसके लिए कई विभागाध्यक्ष जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र लिखकर टेक्नीशियन की तैनाती विभागों में करने की मांग भी कर रहे हैं। इसके बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके बजाय संविदा के टेक्नीशियन के सहारे जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है।
केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. केके सिंह ने बताया कि केजीएमयू में इस समय नैक के निरीक्षण की तैयारियां चल रहीं हैं। इस वजह से भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई है। अगस्त के महीने में इसकी परीक्षा प्रस्तावित है।