लखनऊ स्मार्ट स्कूलों का मंडलायुक्त ने किया औचक निरीक्षण, गंदगी मिलने पर अधिकारी पर गिरी गाज

लखनऊ स्मार्ट स्कूलों का मंडलायुक्त ने किया औचक निरीक्षण, गंदगी मिलने पर अधिकारी पर गिरी गाज
मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत निर्मित प्राथमिक स्मार्ट स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमियों पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्होंने चिनहट व कमता के विद्यालयों की जांच की और कूड़ा मिलने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने के निर्देश दिए।
शहर में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकसित किए जा रहे प्राथमिक स्मार्ट स्कूलों की हकीकत जानने के लिए लखनऊ मंडल की मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, स्कूल परिसर की साफ-सफाई और बच्चों के लिए की जा रही सुविधाओं का बारीकी से मूल्यांकन किया। निरीक्षण के दौरान लापरवाही पाए जाने पर मंडलायुक्त ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए और एक अधिकारी के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने के आदेश भी दिए।
निरीक्षण की शुरुआत कमता प्रथम से
निरीक्षण के दौरान सबसे पहले मंडलायुक्त प्राथमिक विद्यालय कमता प्रथम पहुँचीं। यह स्कूल स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है। यहां यूपी राजकीय निर्माण निगम एवं रूरल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा विद्यालय परिसर में फर्नीचर, फर्श पर टाइल्स, रसोई शेड (किचन सेड), शौचालय, बाउंड्री वॉल, प्लास्टर, पेंटिंग, और इंटरलॉकिंग जैसी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया कि निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और स्कूल को जल्द ही स्मार्ट सुविधाओं के साथ चालू कर दिया जाएगा।
हालांकि, निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त की नजर विद्यालय की रैंप (Ramp) पर पड़ी, जिसकी ऊंचाई आवश्यकता से अधिक पाई गई। उन्होंने इसे विद्यार्थियों, विशेषकर दिव्यांग बच्चों के लिए असुविधाजनक बताते हुए तत्काल रैंप की ऊंचाई कम करने और उसे मानकों के अनुसार दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
चिनहट स्कूलों का भी किया निरीक्षण
कमता प्रथम के बाद मंडलायुक्त ने प्राथमिक विद्यालय चिनहट-1 और चिनहट-2 का निरीक्षण किया। इन स्कूलों में भी स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के निर्माण एवं सौंदर्यीकरण कार्य कराए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने निर्माण की प्रगति, उपयोग की गई सामग्री की गुणवत्ता, कार्य की गति और बच्चों के लिए दी जाने वाली सुविधाओं का बारीकी से मूल्यांकन किया।
कूड़ा मिलने पर जेडएसओ पर कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान कमता विद्यालय के पास कूड़ा डंप पाया गया। यह दृश्य न केवल स्मार्ट सिटी की अवधारणा को ठेस पहुँचाता है, बल्कि स्वच्छता और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी घातक है। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए मंडलायुक्त ने जोनल स्वच्छता अधिकारी (ZSO) पंकज शुक्ला के खिलाफ तत्काल आरोप पत्र जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
डॉ. रोशन जैकब ने कहा कि “बच्चों के स्कूलों में गंदगी किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएगी। स्मार्ट स्कूल केवल इमारतों से नहीं, बल्कि समग्र वातावरण से बनते हैं।” उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि आगे किसी भी विद्यालय परिसर या आस-पास सफाई में लापरवाही पाई गई, तो जिम्मेदार कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।