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लखनऊ सीएम योगी बोले: पिछली सरकार ने माफियाओं के सामने टेक दिए थे घुटने, हावी था जाति और परिवारवाद

लखनऊ सीएम योगी बोले: पिछली सरकार ने माफियाओं के सामने टेक दिए थे घुटने, हावी था जाति और परिवारवाद

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार प्रदेश की माफियाओं के सामने घुटने टेक चुकी थी। सरकार उन्हीं के इशारे पर चलती थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले सत्ताधारी लोगों ने माफिया के सामने घुटने टेक दिए थे। उनके सामने जुबान नहीं खुलती थी। माफिया के इशारे पर सरकार चलती थी। हर तरह का माफिया और अपराधी अपने इशारे पर सरकार चलाते थे। आज यूपी माफिया, दंगा, गुंडा और अपराध मुक्त है। पहले की सरकारों का एजेंडा संकीर्ण था। उनकी सोच जातिवादी और कार्य परिवारवादी था। आज प्रदेश के किसी भी शहर में जाएंगे तो आपको अंतर साफ दिखाई देगा।

सीएम ने मंगलवार को राजधानी में आयोजित एक कॉन्क्लेव में कहा कि प्रदेश सरकार ने बीते 8 वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप मजबूती के साथ सफलता की ओर कदम बढ़ाए हैं। बिना रुके, बिना थके, बिना डिगे यह यात्रा अनवरत जारी रहेगी। आज प्रदेश में एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा नेटवर्क है। सर्वाधिक मेट्रो का संचालन हो रहा है। पहली रैपिड रेल और इनलैंड वॉटरवेज है। भारत की आत्मा यूपी में निवास करती है, लेकिन जिन लोगों का एजेंडा विकास नहीं था, जिन्होंने प्रदेश की इस आत्मा को पहचानने का कभी प्रयास नहीं किया, वह अपना एजेंडा जबरन थोपते थे। पहले सत्ता चलाने वाले नहीं चाहते थे कि प्रदेश का कुछ हो। वह हर स्कीम को फेल करने में अपनी पूरी ताकत लगा देते थे। केंद्र में जो स्कीम बनती थी, वह यूपी में आकर फेल हो जाती थी।  प्रधानमंत्री की सेनाओं को खुली छूट, कहा-जवाब कब और कैसे देना है, यह तय करने के लिए आप स्वतंत्र

लोगों को जातीय खेमों में नहीं बांटते

उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की उपेक्षा से एमएसएमई सेक्टर बंद हो गया था। हमने प्रदेश के परंपरागत उत्पादों को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के रूप में पहचान दी, जो स्वदेशी और स्वाभिमान का प्रतीक बन चुका है। पहले दिन से हमारी सरकार ने तय किया कि अपराध और अपराधियों के प्रति, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम करेगी। आज परिणाम सबके सामने है। 2017 से पहले त्योहारों पर भय का माहौल होता था। अब शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होते हैं। प्रदेश दंगा मुक्त हुआ, सुरक्षा का एक बेहतरीन वातावरण बना तो देश और दुनिया के यात्री और पर्यटक यूपी की ओर उमड़ पड़े। 2017 के पहले की राजनीतिक लीडरशिप इस दिशा में नहीं सोचती थी। नतीजतन प्रदेश में गुंडागर्दी थी। बेटियां और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे। दंगों का लंबा दौर चलता था।

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