लखनऊ सफाई के काम में अब नहीं चलेगा फर्जीवाड़ा, थर्ड पार्टी एजेंसी करेगी निगरानी

लखनऊ सफाई के काम में अब नहीं चलेगा फर्जीवाड़ा, थर्ड पार्टी एजेंसी करेगी निगरानी
लखनऊ। सफाई कार्य में निजी कंपनियों की मनमानी और लापरवाही पर रोक लगाने के लिए नगर निगम थर्ड पार्टी एजेंसी लगाने जा रहा है। टेंडर के जरिये दिल्ली की कंपनी वेपकॉस का चयन भी हो गया है। कंपनी दिसंबर में काम शुरू करेगी।नगर निगम ने सफाई में सुधार के लिए दो निजी कंपनियों रामकी और लॉयन एनवायरो को टेंडर के जरिये काम दिया है, लेकिन दोनों ही काम में लापरवाही कर रही हैं। आए दिन इसकी शिकायतें भी आती हैं। नगर निगम इन पर लगातार जुर्माना भी लगा रहा है, मगर सुधार नहीं हो रहा है।
नगर निगम की ओर से निजी कंपनियों के बीच अनुबंध में जांच के लिए थर्ड पार्टी एजेंसी लगाने का प्रावधान है, मगर करीब डेढ़ साल से इस पर अमल नहीं हो पा रहा था। शहर के 77 वार्डों में काम करने वाली रामकी को काम की निगरानी के लिए हर मकान पर आरएफआईडी प्लेट लगाने थी, मगर कंपनी ने नहीं लगाई। कई बार विवाद होने के बाद कंपनी ने हाल में हर 10 घर पर बार कोड लगाने का दावा किया, मगर यह काम भी अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में यह पता ही नहीं हो पा रहा कि कंपनी कितने घरों से कूड़ा कलेक्शन कर रही है और कितनी सड़क और नालियों की सफाई कर रही है।
इस तरह काम करेगी थर्ड पार्टीथर्ड पार्टी एजेंसी हर दिन यह देखेगी कि घरों से कूड़ा लिया जा रहा है या नहीं। कितना कूड़ा शिवरी प्लांट तक पहुंचाया जा रहा है। एजेंसी यह भी देखेगी कि कंपनी अनुबंध के तहत गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग कर रही है कि नहीं। यूजर चार्ज में कोई घपला तो नहीं किया जा रहा है। रोड स्वीपिंग मशीन तय रूट पर चल रही है कि नहीं। इस सबकी की रिपोर्ट एजेंसी रोज नगर निगम को देगी।
Iसफाई में सुधार और कामकाज की निगरानी के लिए थर्ड पार्टी एजेंसी लगाई जाएगी। इससे कंपनी क्या कर रही है, इसकी रिपोर्ट हर दिन मिलेगी। टेंडर के जरिये कंपनी तय हो गई है और यह दिसंबर तक काम शुरू कर देगी।II- *गौरव कुमार, नगर आयुक्तI*



