लखनऊ में सफाई व्यवस्था बे पटरी, ठंड में 30% कर्मचारी ही कर रहे काम

लखनऊ में सफाई व्यवस्था बे पटरी, ठंड में 30% कर्मचारी ही कर रहे काम
राजधानी में कड़ाके की ठंड से सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई है। नगर निगम की निजी एजेंसियों के सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति में कमी आई है। सुबह 6 बजे तक सफाई करने वाले कर्मचारी अब 8 बजे तक नहीं आ रहे हैं। कई इलाकों में सफाई नहीं हो रही, जिससे गंदगी और दुर्गंध फैल रही है।
राजधानी में कड़ाके की ठंड का असर अब शहर की सफाई व्यवस्था पर भी दिखाई देने लगा है। नगर निगम की ओर से निजी एजेंसियों और ठेकेदारों के माध्यम से लगाए गए सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। हालात यह हैं कि जिन इलाकों में पहले सुबह 6 बजे तक सफाई शुरू हो जाती थी, वहां अब 8 बजे तक भी कर्मचारी नजर नहीं आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, ठंड बढ़ने के साथ ही सुबह के समय केवल 20 से 30 प्रतिशत सफाई कर्मचारी ही फील्ड में पहुंच पा रहे हैं। शेष कर्मचारी 9 बजे के बाद धीरे-धीरे कार्यस्थलों पर आ रहे हैं।
इस देरी का सीधा असर शहर की साफ-सफाई पर पड़ रहा है। कई प्रमुख मार्गों और रिहायशी इलाकों में कूड़ा जमा है और झाड़ू नहीं लग पा रही। — निजी एजेंसियों के पास कर्मचारियों की भारी कमी सफाई व्यवस्था में लगे ठेकेदारों और निजी एजेंसियों के सामने मानव संसाधन का संकट खड़ा हो गया है। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी ठंड और अन्य कारणों से अपने गांव-घर चले गए हैं। इसके चलते जिन एजेंसियों को काम सौंपा गया है, वे पर्याप्त कर्मचारी न होने के कारण सफाई व्यवस्था को संभाल नहीं पा रही हैं। — इन इलाकों में हालात ज्यादा खराब शहर के आशियाना, कानपुर रोड, देवी खेड़ा, तेलीबाग, सरोजिनी नगर, तपोवन नगर, चलवा, आलमबाग, गीतापल्ली और सुजानपुर जैसे इलाकों में सफाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। कई जगहों पर सुबह झाड़ू तक नहीं लग रही, जिससे सड़कों और गलियों में गंदगी फैल रही है — उत्तरी क्षेत्रों में स्थिति और भी गंभीर सबसे खराब हालात अलीगंज, फैजुल्लागंज, जानकीपुरम और जानकीपुरम विस्तार जैसे उत्तरी इलाकों में देखने को मिले हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई दिनों से नियमित सफाई नहीं हो रही, जिससे दुर्गंध और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। नागरिकों में इसे लेकर नाराजगी भी बढ़ती जा रही है।इस मामले में नगर निगम के पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान का कहना है कि ठंड की वजह से सफाई कर्मचारी जरूर देर से आ रहे हैं, लेकिन व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि सभी क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए हैं और निगरानी बढ़ाई जा रही है।



