लखनऊ बिजली अफसर का माली घर रोशन करने के लिए भटक रहा

लखनऊ बिजली अफसर का माली घर रोशन करने के लिए भटक रह
जूनियर इंजीनियर ने 35 दूरी का बना दिया 21000 रुपए एस्टीमेट
राजधानी के उपकेंद्रों के जूनियर इंजीनियर अपने अफसर की भी नहीं सुन रहे। ऐसे ही बीकेटी के एक जूनियर इंजीनियर अशोक वर्मा जो बिजली अफसर के घर माली का काम करने वाली आवेदक को 30 दिन से कनेक्शन देने के नाम पर दौड़ा रहा है। जिस प्लाटिंग एरिया में पहले से ही जूनियर इंजीनियर ने अनगिनत बिजली कनेक्शन दे चुका, उसके लिए अशोक वर्मा आवेदक से दो पोल लगाने का एस्टीमेट जबरिया जमा करने का दबाव बना रहा है। इस मामले की शिकायत शनिवार मुख्य अभियंता वीपी सिंह से की गई है।आवेदक माली मनीष ने बताया कि 30 जून को बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था जूनियर इंजीनियर ने दूसरी तरफ से कनेक्शन देने के लिए 21000 रुपये से ज्यादा का एस्टीमेट बना दिया, जबकि उसके चाचा के प्लाट के सामने पोल लगा है जहां से उसके कनेक्शन की दूरी मात्र 35 मीटर है। लेकिन जूनियर इंजीनियर उस दूरी को 50 मीटर बता कर पोल लगाने के लिए आमादा है।
रात को निकलते हैं सांप सो नहीं पता परिवारमाली ने बताया कि बारिश के कारण रात को आए दिन घर में सांप निकल रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चे होने के कारण सो नहीं पाते। रात को उजाला करने के लिए बैटरी लाइट खरीद कर लाए हैं।
पूर्व एमडी भवानी सिंह के आदेश को भी नहीं मान रहा जूनियर इंजीनियरपावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष कुमार गोयल के आदेश पर मध्यांचल निगम के पूर्व एमडी भवानी सिंह ने आदेश जारी किया था जिस प्लाटिंग एरिया में पहले से ही बिजली नेटवर्क है तो आवेदक को एस्टीमेट जमा कराए बिना ही बिजली कनेक्शन दिया जाए। जरूरत पड़ने पर एलटी लाइन बनाने का पैसा वसूलने की बात कही गई थी। मगर , जूनियर इंजीनियर अशोक वर्मा इस आदेश को भी नहीं मान रहा है।
वर्जनबिजली कनेक्शन देने का निर्देशमाली मनीष की शिकायत पर उसको बिजली कनेक्शन देने के लिए बीकेटी के अधिशासी अभियंता पंकज गुप्ता को निर्देश दिए हैं।वीपी सिंह मुख्य अभियंता जानकीपुरम ज़ोन लेसा