लखनऊ अंसल एपीआई लगातार विवादों में है। शनिवार को अंसल पर एक साथ दस एफआईआर दर्ज हुईं।

लखनऊ अंसल एपीआई लगातार विवादों में है। शनिवार को अंसल पर एक साथ दस एफआईआर दर्ज हुईं।
सुशांत गोल्फ सिटी थाने में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को अंसल कंपनी के खिलाफ ठगी की दस एफआईआर दर्ज कराई गईं। पीड़ितों ने फ्लैट, विला और प्लॉट के नाम पर कुल 1.72 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। इसके साथ अंसल पर शहर भर के थानों में दर्ज मामलों की संख्या 224 हो गई है।
सुशांत गोल्फ सिटी स्थित रेलवे ऑफिसर्स कॉलोनी निवासी तनुजा कृष्ण दुबे के मुताबिक, 2011 में पिता मदन मोहन चंद्रा ने अंसल कंपनी से उनकी सुशांत गोल्फ सिटी स्थित साइट में एक प्लॉट बुक कराया था। इसके लिए वर्ष 2015 तक किस्तों 33.60 लाख रुपये का भुगतान किया था, लेकिन उनके नाम पर प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं हुई। वर्ष 2022 में पिता की मृत्यु हो गई। तनुजा ने जब बतौर वारिस कंपनी से प्लॉट की रजिस्ट्री उनके नाम पर करने को कहा तो कंपनी के अधिकारियों ने उन्हें धमकी दी। उधर, गुरुग्राम निवासी डॉ. शचि त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने कंपनी को प्लॉट के लिए 25.32 लाख का भुगतान किया था, लेकिन प्लॉट का बैनामा उनके नाम नहीं किया गया। इसी तरह गोमतीनगर के विशाल खंड निवासी अमियकेत सिंह से प्लॉट के नाम पर 10.47 लाख की ठगी की गई।
इनसे भी हुई ठगीपीजीआई के साउथ सिटी निवासी रजनीश गौड़ से दो विला के नाम पर 31.30 लाख, अलीगंज के बड़ा चांदगंज के आशीष अग्निहोत्री से फ्लैट के नाम पर आठ लाख, आशियाना के सेक्टर में रहने वाले चेतराम से प्लॉट के नाम पर 10.22 लाख की ठगी की गई। उधर, अलीगंज निवासी शैलेश अग्निहोत्री से 2 बीचके फ्लैट के नाम पर 2012 में आठ लाख, अर्जुनगंज निवासी पारस नाथ से 2010 में फ्लैट के नाम पर 5.38 लाख, आलमबाग के भिलावां साकेतपुरी निवासी अमित कुमार से फ्लैट के नाम पर 28 लाख और गौतमबुद्धनगर निवासी सरोज तिवारी से विला के नाम पर 12.35 लाख की ठगी की गई। इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी उपेंद्र सिंह के मुताबिक सभी मामलों की तफ्तीश चल रही है।