रायबरेली पहुंचे मंत्री एके शर्मा: 100 योजनाओं का किया शिलान्यास-लोकार्पण, राहुल और अखिलेश पर किया जुबानी हमला

रायबरेली पहुंचे मंत्री एके शर्मा: 100 योजनाओं का किया शिलान्यास-लोकार्पण, राहुल और अखिलेश पर किया जुबानी हमला
रायबरेली पहुंचे मंत्री एके शर्मा ने 100 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने सांसद राहुल गांधी और सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जुबानी हमला किया।
यूपी के रायबरेली पहुंचे नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने शुक्रवार को नगर पालिका और डूडा की 100 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने अपरोक्ष रूप से सांसद राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि आजकल एक और नेता यूपी से दिल्ली पहुंच गए हैं। अब दोनों नेता छोटे मियां, बड़े मियां बन गए हैं। एक उल्टा बोलता है तो दूसरा उससे ज्यादा उल्टा बोलता है। भगवान राम और राम मंदिर (जो हमारी आस्था का केंद्र हैं) को लेकर पिछले दिनों और वर्षो में इन लोगों ने बहुत मजाक उड़ाया था।
‘ऐसे लोगों को भारत में जगह नहीं देनी चाहिए…’
कांग्रेस के लोगों में पहले भी इन लोगों में राम के प्रति आस्था नहीं थी। अब वह खुलकर सामने आ गई है। यह न राम को मानते हैं, न राम के धाम को मानते हैं। न राम के नाम को मानते हैं। ऐसे लोगों को भारत में जगह नहीं देनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि एक छोटे मियां ने अभी अयोध्या में दीपोत्सव पर भी कटाक्ष किया है। कहा था कि अरे इतना दीया जलाने की क्या जरूरत है? जैसे इटली में क्रिसमस मनाया जाता है, वैसे ही दीपोत्सव मना लिया जाता। यह ऐसा नेता हैं, जिनको भारत से विदेश एक्सपोर्ट कर देना चाहिए। यह लोग देश में रहने लायक नहीं है। इनको देश की विरासत और संस्कृति से कोई लेना देना नहीं है। इनको मालूम नहीं है कि अग्नि देवता का कितना महत्व है।
इन नेताओं को भारत छोड़कर इटली चले जाना चाहिए- एके शर्मा
मंत्री ने आगे कहा कि पहले दीपक स्थापित किया जाता है और वह उत्सव का साक्षी होता है। मैं तो कहता हूं कि इन लोगों को भारत छोड़कर इटली चले जाना चाहिए। हम लोग प्रधानमंत्री से कहते हैं कि इन नेताओं को एक्सपोर्ट कर देना चाहिए। इस पर पीएम ने एक बार कहा कि ‘जिस तरह रेलवे म्यूजियम में फेल मॉडल के इंजन रखे जाते हैं, उसी तरह यह फेल नेता भी भारतीय राजनीति के फेल इंजन के रूप में रखे जाएंगे। इस कारण इनको अपने देश में पड़े रहना चाहिए।’ विगत 11 अक्तूबर को हुई दिशा बैठक का जिक्र करते हुए नगर विकास मंत्री ने कहा कि दिशा की बैठक में अध्यक्ष के सामने एक-एक प्रश्न उठा था कि यह स्पष्ट कीजिए कि देश की माताओं का आप सम्मान करते हैं कि नहीं। इस पर अध्यक्ष का कोई जवाब नहीं आया था। यह ऐसे लोग हैं जो देश की माताओं का सम्मान नहीं करते हैं। यह माता का अपमान करते हैं। वहीं छोटे मियां पिता का अपमान करने के लिए जाने जाते हैं। यह ऐसी जोड़ी है जो पिता और माता का अपमान करने के लिए जानी जाती है।
मंत्री ने रामायण की चौपाई का जिक्र करते हुए कहा कि जब माता पार्वती ने भगवान शिव से पूछा था कि राक्षस क्या होता है? तो तुलसीदास लिखते हैं कि जो लोग माता-पिता और देवता का सम्मान नहीं करते हैं, वह राक्षस जैसे होते हैं। उन्होंने नाम न लेते हुए कहा कि जो माता प्रसाद पांडेय जैसे लोगों से सेवा कराते हैं, जो बड़ों की इज्जत नहीं करते हैं, जो राम को नहीं मानते हैं, वह राक्षस जैसे हैं। इन लोगों से जितना जल्दी पीछा छुड़ा लिया जाए, वह अच्छा है।देश की सरकार चलाने वालों ने रायबरेली की अनदेखी की l
एके शर्मा ने आगे कहा कि जब हम प्रयागराज में पढ़ाई करते थे तो गड्ढायुक्त सड़कों से सफर करते थे। लोग घंटों लखनऊ-प्रयागराज रोड पर जाम में फंसे रहते थे। गड्ढा कहां है और सड़क कहां है? यह पता लगाना मुश्किल होता था। अभी महाकुंभ हो रहा था, तब तक लखनऊ और प्रयागराज का रास्ता इतना खराब था कि पता नहीं लगता था कि कभी देश की सरकार चलाने वालों ने रायबरेली की नुमाइंदगी की है।
उन्होंने कहा कि रायबरेली एक विकास का मॉडल बन सकता था, लेकिन इतने दशकों तक कांग्रेस पार्टी ने प्रतिनिधित्व किया और कोई विकास नहीं हुआ। विकास तब हुआ, जब भाजपा सरकार बनी और अदिति सिंह विधायक बनीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी का कार्यकाल आया, तब जाकर रायबरेली में विकास हुआ। विकास का मॉडल तब बनता है जब विधायक बेहतर होता है l
नगर विकास मंत्री ने कहा कि यह 100 बोर्ड नहीं है, बल्कि सुलभ सफर का रास्ता है। इतनी सारी परियोजनाओं का शिलान्यास कभी जीवन में नहीं देखा होगा? यह तब होता है, जब काम करने वाली पार्टी होती है और काम करने वाले विधायक होते हैं। चुनाव होते हैं, लोग आते हैं और जाते हैं। लेकिन, विकास का मॉडल तभी बनता है जब विधायक बेहतर होता है। विधायक अदिति सिंह अक्सर कहती थीं कि आप रायबरेली में रुकते नहीं हैं। एक बार रुककर देखें कि कैसे मैंने काम कराए हैं। सरकार की एक-एक पाई विकास कार्यों में लगाई गई है।



