यूपी संचारी रोग नियंत्रण अभियान: घर-घर पहुंचेंगी टीमें, बीमार मरीजों को करेंगी चिह्नित; सभी सीएमओ को दिए गए निर्देश

यूपी संचारी रोग नियंत्रण अभियान: घर-घर पहुंचेंगी टीमें, बीमार मरीजों को करेंगी चिह्नित; सभी सीएमओ को दिए गए निर्देश
यूपी में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत टीमें घर-घर पहुंचेंगी। वह बीमार मरीजों को चिह्नित करेंगी। उन्हें आवश्यक सलाह देंगी। गंभीर मरीजों के एंबुलेंस से अस्पताल भेजकर भर्ती कराया जाएगा। इसके लिए सभी सीएमओ को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में मंगलवार से संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर विभिन्न बीमारियों के मरीजों को चिह्नित कर उन्हें बीमारी से बचाव के तरीके बताएगी। अन्य विभाग भी अभियान में सहयोग करेंगे। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी सीएमओ को निर्देश दिया गया है कि सुबह नौ बजे से अभियान की शुरुआत करें।
एक जुलाई से पूरे माह चलने वाले इस अभियान में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बुखार, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस रोगियों, टीबी के लक्षण वाले मरीज, कुष्ठ, फाइलेरिया, काला अजार, दस्त रोग के लक्षण वाले मरीजों की सूची बनाएंगे। कुपोषित बच्चों की भी सूची बनाई जाएगी।
गंभीर मरीजों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजेंगे
लक्षणवाले मरीजों का नाम, पता और मोबाइल नंबर ई कवच पोर्टल पर भी अपलोड किए जाएंगे। फिर मरीजों की लक्षण के आधार पर जांच कराई जाएगी। जिन मरीजों में मर्ज की पुष्टि होगी, उनका उपचार कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम परिवार के सदस्यों के नाम से आभा आईडी भी बनाएंगे। गंभीर मरीजों को निशुल्क एंबुलेंस से अस्पताल भेजकर भर्ती भी कराया जाएगा।
अभियान के दौरान जलभराव खत्म करने, मच्छरों से बचने के तरीके बताए जाएंगे। जहां मच्छरों का घनत्व अधिक होगा, वहां की सूची तैयार की जाएगी ताकि फालोअप किया जा सके। इस दौरान नगर विकास विभाग के साथ फागिंग, शुद्ध पेयजल आदि के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।
ये काम भी होंगे
अभियान के दौरान खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम खाद्य एवं पेय पदार्थ की जांच करेगी। खराब फल-सब्जी की बिक्री रोकी जाएगी।
शिक्षक अभिभावकों को बच्चों को मच्छर से बचाने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनाने के लिए जागरूक करेंगे।
जलभराव के बीच वाले हैंडपंप का पानी नहीं पीने के लिए उन पर लाल निशान लगाया जाएगा।
सड़क के किनारे झाड़ियों को हटवाया जाएगा। जलाशयों की भी सफाई कराई जाएगी।
पशुपालन विभाग जानवरों से जुड़ी बीमारियों की जानकारी और उससे बचाव के तरीके बताए जाएंगे।
दिव्यांग सशक्तिकरण, कृषि एवं सिंचाई विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विभाग आदि भी अपने विभाग से संबंधित गतिविधियां चलाएंगे।