तीन दिनों से गांव में अंधेरा, बिजली का तार टूटने पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।07/12/025को
तीन दिनों से गांव में अंधेरा, बिजली का तार टूटने पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
जखनिया, गाजीपुर।शाहपुर बहोर राय गांव के निकट एनएच-124 डी के नवनिर्माण कार्य के दौरान एक डंपर गाड़ी की लापरवाही से बिजली आपूर्ति करने वाली तीन फेज की लाइन अचानक टूट गई। तार टूटने की इस घटना से गांव का ट्रांसफॉर्मर भी जल गया, जिसके चलते पिछले तीन दिनों से पूरा गांव अंधेरे में डूबा हुआ है। लगातार अंधकार और समस्या का समाधान न होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि घटना के बाद उन्होंने कई बार संबंधित विभागों और अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन कहीं से भी संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई। बिजली के तार टूटे होने के बावजूद दोबारा लाइन नहीं जोड़ी गई और न ही ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत की कोई पहल की गई। स्थिति बद से बदतर होती चली गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने मजबूर होकर एनएच-124 डी के निर्माण कार्य को रोक दिया।पत्रकारों ने जब इस समस्या की जानकारी एसडीएम जखनिया को देने की कोशिश की, तो कई बार प्रयास के बावजूद उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद तुरंत तहसीलदार जखनिया को सूचना दी गई। तहसीलदार ने कहा कि वे तत्काल किसी कर्मचारी को भेजकर समस्या का समाधान कराने का प्रयास करेंगे।इधर, बिजली विभाग के प्राइवेट कर्मचारियों ने शनिवार को गांव पहुंचकर आश्वासन दिया था कि अगली सुबह 6 बजे तक बिजली सप्लाई बहाल कर दी जाएगी, परंतु आश्वासन के विपरीत अभी तक कोई सुधारात्मक कार्य नहीं हुआ। न तार जोड़े गए, न ट्रांसफॉर्मर बदला गया, और न ही बिजली की आपूर्ति बहाल हुई। इससे ग्रामीणों का धैर्य पूरी तरह टूट गया और उन्होंने सड़क पर काम कर रही मशीनों व गाड़ियों को रोक दिया।इसके बाद बिजली विभाग आनंद खनन में आकर बिजली का तार वाटर ट्रांसफार्मर की मरम्मत में जुड़ गए तब जाकर ग्रामीण NH124D पर कार्य शुरू हुआजिसके चलते ग्रामीणों में रोष कम हुआ। उनका कहना था कि जब तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की जाएगी, वे निर्माण कार्य नहीं होने देंगे। इस लापरवाही के कारण गांव में बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों की मांग है कि बिजली व्यवस्था तुरंत बहाल की जाए और डंपर चालक व निर्माण कंपनी की लापरवाही पर भी उचित कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।



