गाजीपुर : गरीबों की लड़ाई को जीवन का मिशन बनाने वाले समाजसेवी विजय बहादुर सिंह से आज भी लोगों को मिलता है प्रेरणादायक अनुभव

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।20/10/025को
गरीबों की लड़ाई को जीवन का मिशन बनाने वाले समाजसेवी विजय बहादुर सिंह से आज भी लोगों को मिलता है प्रेरणादायक अनुभव
गाजीपुर,गरीबों, वंचितों और शोषितों के हक की आवाज बनकर जीवनभर संघर्ष करने वाले समाजसेवी विजय बहादुर सिंह आज भी समाज में प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। उनका जीवन समाजसेवा, मानवता और समर्पण का अद्भुत उदाहरण है।
आज उनसे मुलाकात के दौरान ऐसा अनुभव मिला जो शब्दों में बयां करना कठिन है। उन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह गरीबों के उत्थान और न्याय की लड़ाई के लिए समर्पित कर दिया। जब भी किसी जरूरतमंद को मदद की आवश्यकता हुई, विजय बहादुर सिंह ने बिना किसी स्वार्थ के आगे बढ़कर हाथ थाम लिया — चाहे किसी डूबते को बीच दरिया से निकालना हो या किसी पीड़ित को न्याय दिलाना।
अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा— “आप यह सोचकर दूसरों की मदद करें कि आपको उन्हीं के लिए भेजा गया है। जैसे पहिए की धुरी खुद को घिसते हुए भी चार पहियों की गाड़ी को चलाती है और हर मुसाफिर को मंजिल तक पहुंचाती है, वैसे ही इंसान को समाज की सेवा में खुद को समर्पित करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि एक सच्चा समाजसेवी वही है जो खुद की थकान, दर्द और संघर्ष को भुलाकर दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करे। यही सच्ची सेवा भावना है। और उन्होंने कहा की हम पूर्ण रूप से मार्क्सवादी हैं और भारत में गांधी की महानता, अंबेडकर की समानता, भगत सिंह की निडरता के साथ गरीबों और निर्बलों दलित, अल्पसंख्यक, अति पिछड़ा के लिए संकल्प संघर्ष करते रहते हैं जो ताउम्र करते रहेंगे ।
विजय बहादुर सिंह ने अपने सेवा कार्यों से देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मानवता का संदेश फैलाया है। उन्होंने कई राज्यों और देशों की यात्रा कर समाज में एकता, भाईचारे और इंसानियत की मिसाल पेश की।
आज भी लोग उन्हें प्यार और सम्मान के साथ याद करते हैं। उनके विचार भले गहरे हों, पर जो सच्चे अर्थों में समाजसेवा को समझते हैं, वे उनके हर शब्द में जीवन का दर्शन देखते हैं।



