यूपी: बिजली विभाग में फर्जीवाड़ा, प्रदेश में तीन हजार से ज्यादा प्रीपेड मीटरों से हुई है छेड़छाड़

यूपी: बिजली विभाग में फर्जीवाड़ा, प्रदेश में तीन हजार से ज्यादा प्रीपेड मीटरों से हुई है छेड़छाड़
यूपी बिजली विभाग में फर्जीवाड़े के संकेत मिले हैं। प्रदेश में तीन हजार से ज्यादा मीटरों में मीटर खोलने या सील तोड़ने के साक्ष्य सामने आए हैं।
राज्य उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में करीब 3050 से ज्यादा प्रीपेड स्मार्ट मीटर क्रिटिकल इवेंट के पाए गए हैं। इसका मतलब है कि इन मीटरों में किसी न किसी रूप में छेड़छाड़ की गई है। जो बिजली चोरी की ओर इशारा करती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्मार्ट प्रीपेड मीटर को उत्तर प्रदेश में बड़े जोर-शोर से लागू किया गया था। बिजली चोरी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के उद्देश्य से इस योजना के तहत राज्य में लगभग 18,885 करोड़ के टेंडर को बढ़ाकर 27,342 करोड़ में अवार्ड किया गया। प्रदेश में अब तक 36,44,871 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं, जिनमें से लगभग 3050 उपभोक्ताओं के मीटरों में क्रिटिकल इवेंट दर्ज किए गए हैं।
यह क्रिटिकल इवेंट दरअसल उन मामलों को दर्शाता है, जहां मीटर से छेड़छाड़ की गई है। इसमें मीटर कवर ओपन किया गया, मैग्नेटिक टेंपरिंग की गई, सील तोड़ी गई या न्यूट्रल मिस किया गया। ऐसे मामले सीधे तौर पर अनियमितता या बिजली चोरी से जुड़े माने जाते हैं।
अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं उसके तहत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में 1814 मीटर, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 333 मीटर, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में 724 मीटर, मध्यांचल में 39 मीटर, दक्षिणांचल में 78 और दूसरी कंपनी के 21 मीटर, किस्को में 41 मीटर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार वोल्टेज जीरो के पूर्वांचल में 5 मामले, मध्यांचल में 46 मामले व दक्षिणांचल में 5 मामले सामने आए हैं।



