यूपी परिवहन विभाग ने परिवहन निगम के खाते में सड़क सुरक्षा के लिए 10 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन, निगम के पास इसे खर्च करने की प्लानिंग ही नहीं है

यूपी परिवहन विभाग ने परिवहन निगम के खाते में सड़क सुरक्षा के लिए 10 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन, निगम के पास इसे खर्च करने की प्लानिंग ही नहीं है
उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग ने सड़क सुरक्षा के दस करोड़ रुपये लैप्स होने से बचाने के लिए परिवहन निगम को ट्रांसफर कर दिए। मगर, अब निगम को धनराशि खर्च करने के लिए प्लानिंग बनाने का संकट पैदा हो रहा है। विशेषज्ञता के अभाव में ऐसा नहीं हो पा रहा है।
सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री ने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। गत वित्तीय वर्ष में सड़क सुरक्षा के लिए जो बजट दिया गया था, उसमें 10 करोड़ रुपये बच गए थे। वित्तीय वर्ष समापन पर यह धनराशि लैप्स हो जाती। ऐसे में इसे बचाने के लिए परिवहन विभाग ने यह धनराशि परिवहन निगम को ट्रांसफर कर दी।
संकट यह कि निगम इस धनराशि का इस्तेमाल कैसे करे
सूत्र बताते हैं कि परिवहन निगम को धनराशि ट्रांसफर कर लैप्स होने से तो बचा लिया गया। लेकिन, अब संकट यह है कि निगम इस धनराशि का इस्तेमाल करे तो कैसे करे। इसके पीछे की मुख्य वजह अफसर बताते हैं कि निगम के पास सड़क सुरक्षा को लेकर विशेषज्ञता नहीं है। न ही यह काम उसका है। उसकी जिम्मेदारी बस अड्डों व बसों के संचालन की है।
सड़क सुरक्षा के 10 करोड़ रुपये निगम को ट्रांसफर हुए
ऐसे में अब निगम प्रशासन विशेषज्ञों की तलाश कर धनराशि का इस्तेमाल कर सकता है। हालांकि, इसे लेकर अभी रोडवेज व परिवहन विभाग के अफसरों में बातचीत चल रही है। परिवहन निगम के एमडी मासूम अली सरवर ने बताया कि सड़क सुरक्षा के 10 करोड़ रुपये निगम को ट्रांसफर हुए हैं। इसके इस्तेमाल को लेकर बातचीत की जा रही है।