शरद पूर्णिमा पर वीरता और भक्ति का अनूठा संगम, क्षीर सागर व ऑपरेशन सिंदूर की झांकी देख अभिभूत हुए लोग

शरद पूर्णिमा पर वीरता और भक्ति का अनूठा संगम, क्षीर सागर व ऑपरेशन सिंदूर की झांकी देख अभिभूत हुए लोग
रामनगरी में शरद पूर्णिमा पर वीरता और भक्ति का अनूठा संगम दिखा। यहां क्षीर सागर व ऑपरेशन सिंदूर की झांकी देख श्रद्धालु अभिभूत हो उठे।
श्रीराम की पावन धरती यानी रामनगरी अयोध्या एक बार फिर भक्ति और वीरता के संगम की साक्षी बनी। शरद पूर्णिमा के अवसर पर दंतधावन कुंड में भव्य झांकियां सजाई गईं। श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु की क्षीर सागर झांकी के दर्शन करके दिव्यता का अनुभव किया। वहीं, देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत ऑपरेशन सिंदूर की झांकी ने सबका मन मोह लिया।
हनुमानगढ़ी की सागरिया पट्टी के उत्तराधिकारी महंत संजय दास ने बताया कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। मान्यता है कि जब सम्पूर्ण सृष्टि जलमग्न थी, तब भगवान विष्णु प्रकट हुए और उनके नाभि से ब्रह्मा जी की उत्पत्ति हुई। उसी स्मृति में यह पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष की विशेष झांकी ऑपरेशन सिंदूर वीर जवानों को समर्पित रही, जिन्होंने देश की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
धार्मिक आयोजन राष्ट्रभक्ति की भावना भी प्रज्ज्वलित करते हैं
हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन उत्तराधिकारी डॉ. महेश दास ने कहा कि अगर कोई हमारी तरफ आंख उठाएगा, तो हम माला भी उठाना जानते हैं और भाला भी। अयोध्या व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज गुप्त ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि राष्ट्रभक्ति की भावना को भी प्रज्ज्वलित करते हैं।



